इराक में उठे रेतीले तूफान से हाहाकार मच गया है। इस हाहाकारी तूफान से पूरा देश परेशानी में पड़ गया है। तूफान कैसा था इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इराकी सरकार को देशभर के हवाई अड्डों, स्कूलों और दफ्तरों को तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश देना पड़ा।अप्रैल के बाद से इराक में आया यह आठवां तूफान है। रेतीले तूफान से लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। ऐसे 5000 से ज्यादा लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
सांस लेने में होने लगी थी लोगों को दिक्कत
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि मई के शुरुआत में उठे रेतीले तूफान के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और 5000 लोगों सांस लेने में तकलीफ के कारण अस्पतालों में भर्ती कराना पड़ा था। ताजा सूरत-ए-हाल गंभीर है। धूल के घने बादलों ने राजधानी बगदाद को नारंगी रंग की चमक से ढक दिया है। इसका व्यापक असर दक्षिणी इराक के शिया बहुल नजफ और उत्तरी कुर्द स्वायत्त क्षेत्र में सुलेमानियाह समेत कई अन्य शहरों में दिखा है। रेत इमारतों की छतों, कारों और घरों में घुस गई। राजधानी बगदाद समेत इराक के 18 प्रांतों में से सात में अधिकारियों ने सरकारी कार्यालयों को बंद करने का आदेश दिया है।
रेतीले तूफान से बुजुर्गों को कोई ज्यादा परेशानी
अस्पतालों को खुला रखा गया है ताकि बुजुर्ग और दमे की बीमारी और हृदय रोगों से पीड़ित लोगों का इलाज हो सके। इराक के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता सैफ अल बदर के अनुसार 5000 लोगों को अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती किया गया है। कई को आईसीयू में रखा गया है। बुजुर्गों को ज्यादा तकलीफ हुई।