Ranchi news : नौकरी के लोभ ने अबतक न जाने कितने लोगों के कितने रुपये डुबो दिये। फिर भी न डुबोने वाले कम हो रहे हैं और न ही उनसे रुपये ठगने वाले। ये ठग ठगी का नित्य नये-नये हथकंडे अपना रहे हैं, जिनमें लोग फंसते चले जा रहे हैं। हाल ही में रांची में ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है। बहरहाल रांची एयरपोर्ट थाने में इसकी प्राथमिकी कराई गई है। मामला नौकरी के नाम पर 1.66 करोड़ रुपये की ठगी का है। ठगों ने 14 अभ्यर्थियों को ठगा है। कहानी आगे बताते हैं ताकि कोई और इन फरेबियों के जाल में न फंसे।
आकलैंड सिटी अस्पताल में लाख रुपये की नौकरी
ठगों ने यह ठगी न्यूजीलैंड के आकलैंड सिटी अस्पताल में मासिक एक लाख रुपये की नौकरी दिलाने के नाम पर की। इनके मकड़जाल में फंसनेवालों लोग भी गुमला जिले के बसिया थाना क्षेत्र के हैं और फंसाने वाले भी इसी थाना क्षेत्र के सोनमेर निवासी डा. मीना एस. गोप व उनका सहयोगी विजय शर्मा। दोनों के विरुद्ध पीड़ितों ने डीजीपी अनुराग गुप्ता को आवेदन दिया है और दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की गुहार लगाई है। शिकायतकर्ता की बात करें तो वह आरोपितों के ही थाना क्षेत्र के कुम्हारी निवासी विनेश कुमार साहू है। पिछले महीने की 22 तारीख को उन्होंने प्राथमिकी दर्ज कराई है।
नौकरी के लिए चार से 12 लाख रुपये तक की रिश्वत
विनेश के अनुसार वह डा. मीना एस. गोप के माता-पिता को जानता है, जो वर्तमान में गोवा में रहते हैं। विनेश ने डा. मीना की मां से फोन पर बातचीत करने पर जब यह स्पष्ट हो गया कि त उनकी बेटी छह वर्षों से न्यूजीलैंड में है। इसके बाद उन्होंने डा. मीना से बात की तो उसने खुद को संबंधित अस्पताल का सचिव बताया। उसने बताया कि वह न सिर्फ वीजा बनवा देगी, बल्कि वहां खाने की व्यवस्था के अलावा महीने का एक लाख रुपये वेतन पर नौकरी लगा देगी। उसने अस्पताल में निचले पद के लिए प्रति व्यक्ति चार लाख व ऊंचे पद के लिए आठ लाख व 12 लाख रुपये रिश्वत लगने की बात कही। इसके बाद कुल 14 लोगों ने अप्रैल 2023 से मई 2024 तक एक करोड़ 66 लाख रुपये आरोपितों को दे डाला। ये रुपये उन्होंने रांची एयरपोर्ट पर विजय शर्मा नाम के व्यक्ति को डा. मीना से कांफ्रेंस काल पर बात करने के बाद लिफाफे में दिए। उन्हें न तो नौकरी मिली और न ही पैसा।