Patna News, Khusrupur News, Bihar news : नगर के इंद्रिका उत्सव हॉल में उदासीन गृहस्थ समाज उत्थान परिषद के तत्वावधान में दो दिवसीय उदासीनाचार्य जगतगुरु श्रीचंद्र जी महाराज की 529 वीं जयंती समारोहपूर्वक मनायी गयी। समारोह में बिहार सहित उत्तर प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़,दिल्ली से पहुंचे सैंकड़ों अनुयायियों ने श्रीचंद्र की पूजा-अर्चना कर लोककल्याण की कामना की। इस अवसर पर पटना साहिब के सांसद सह पूर्व केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये कहा कि भगवान श्रीचंद्र जन-जन के आराध्य और संत समाज के प्रेरणा स्रोत हैं। भगवान श्रीचंद्र ने समाज में ज्ञान का प्रकाश कर अज्ञानता के अंधकार को दूर किया और कुरीतियों को दूर कर समाज को एकता के सूत्र में बांधा। श्रीचंद्र जी ने सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए मुगल काल में अहम योगदान दिया, जिसे देश कभी भूल नहीं सकता। समाज को ज्ञान और भक्ति की प्रेरणा देनेवाले भगवान श्रीचंद्र की शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए सभी को मानव कल्याण में योगदान करना चाहिए। जगदीशपुर संगत के महंत रामजीवन दास ने कहा कि भगवान श्रीचंद्र के दिखाये ज्ञान भक्ति के मार्ग का अनुसरण करते हुए संत समाज राष्ट्र कल्याण में अपना योगदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि संत समाज ने हमेशा ही भक्तों को ज्ञान की प्ररेणा देकर उनके कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया है। उन्होंने कहा कि जगद्गुरु श्रीचंद्र भगवान किसी एक सम्प्रदाय विशेष के नहीं, बल्कि समस्त संत समाज के पूजनीय हैं। हम सभी को उनके आदर्श पूर्ण जीवन में निहित सार को अपनाते हुए राष्ट्र की एकता अखंडता बनाये रखने में अपना सहयोग प्रदान करना चाहिए। जगद्गुरु उदासीनाचार्य श्रीचंद्र भगवान लुप्त होते उदासीन सम्प्रदाय के पुन: प्रवर्तक और त्याग एवं तपस्या की साक्षात प्रतिमूर्ति थे, जिन्होंने समाज को ज्ञान की प्रेरणा देकर समरसता का वातावरण स्थापित किया। संत समाज उनकी प्रेरणा से आज भी धर्म के संरक्षण सम्वर्द्धन और प्रचार-प्रसार में अपनी सहभागिता निभाता चला रहा है। पूर्व विधायक रणविजय सिंह ने कहा कि जगद्गुरु श्रीचंद्र भगवान ने समाज को एकता का संदेश दिया। इस अवसर पर संस्था के सचिव विष्णु नारायण चौबे, महंत गिरिधर दास, दिनेश कुमार मिश्रा, फूलचंद शास्त्री, नानक शरण दास, ध्रुव नारायण दास, युवराज मिश्रा, अमित कुमार, विकास कुमार पांडेय, ज्योतिषाचार्य ज्ञानेश्वर दास, शशि भूषण तिवारी, रविप्रकाश दास, रामसागर दास, विभूति भूषण दास, डॉ. प्रेम पांडेय सहित बड़ी संख्या में संत महंत उपस्थित रहे।
खुसरूपुर में धूमधाम से मनी उदासीनाचार्य जगतगुरु भगवान श्रीचंद्र की 529वीं जयंती
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