Ramghar news, Jharkhand news : मुआवजा राशि हड़पने के लिए कुजू ओपी क्षेत्र के तिलैया गांव के संजय बेदिया को उसके चचेरे भाई धर्मेंद्र बेदिया ने ही शूटर के जरिए मौत के घाट उतरवा दिया। यह खुलासा एसपी अजय कुमार ने करते हुए अपराधियों के बारे में जानकारी दी।
पांच आरोपी किए गए अरेस्ट
बताया कि धमेंद्र ने हत्या के लिए अपने फुफेरे भाई सुभाष को दो लाख की सुपारी दी थी। सुभाष ने अपने सहयोगी अपराधी करण उरांव, अमन कुमार ठाकुर व उमेश बेदिया के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया। धर्मेद्र की निशानदेही पर सुभाष सहित पांचों को गिरफ्तार कर लिया गया है। हत्या में प्रयुक्त एक कट्टा, दो कारतूस, तीन खोखा, बाइक व पांच मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं।
गांव के लोगों ने ही दिलवाया घटना को अंजाम
23 अगस्त रात आठ बजे संजय बेदिया की गोली मारकर हत्या की गई थी। मामले का खुलासा करने के लिए एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआइटी गठित की गई थी। अनुसंधान के क्रम में सूचना मिली कि घटना को गांव के लोगों द्वारा ही शूटर को बुलवाकर अंजाम दिया गया है। जानकारी के अनुसार, एक वर्ष पूर्व धर्मेंद्र बेदिया ने अपने पूरे रैयत परिवार के हिस्सेदारों के लिए भारतमाला परियोजना के तहत अधिग्रहीत की गई भूमि के एवज में तीन करोड़ 12 लाख रुपये की राशि प्राप्त की थी। इसमें जय बेदिया की हिस्सेदारी 1.20 करोड़ रुपये थी, लेकिन धर्मेंद्र इतनी बड़ी रकम उसे देना नहीं चाहता था। इसी के कारण उसने हत्या करवा दी।