उपराजधानी दुमका की बेटी अंकिता को एकतरफा प्यार में जिंदा जलाकर हत्या करने के मामले में दोनों आरोपितों शाहरुख हुसैन और छोटू खान उर्फ नईम खान को रिमांड पर लेकर फिलहाल पूछताछ कर रही है। रिमांड अवधि पूरी होने के बाद शनिवार की सुबह पुलिस दोनों को जेल भेज देगी। पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इस हत्याकांड में शुरू से ही पुलिस की कार्रवाई संदेह के घेरे में है। पुलिस ने जख्मी हालत में अंकिता का दुमका अस्पताल में जो फर्द बयान लिया था, उसमें पीड़िता ने अपनी उम्र 17 साल बताई थी। लेकिन बाद में उसे ओवर राइटिंग कर 17 वर्ष को 19 वर्ष कर दिया गया। इससे मामले में साजिश गहरा गया है। इसलिए अब सवाल उठना भी लाजिमी है। यह ओवर राइटिंग किसके इशारे पर की गई, यह जांच का विषय है। जहां उम्र लिखी गई है, वहां स्पष्ट रूप से ओवरराइटिंग परिलक्षित हो रही है। ओवर राइटिंग के बाद पुलिस पर अब आरोप लग रहा है कि 2 वर्ष उम्र बढ़ाकर उसने आरोपियों को मदद पहुंचाने की कोशिश की है। वैसे पीड़िता का बयान दंडाधिकारी की मौजूदगी में हुआ था। अंकिता की उम्र में ओवरराइटिंग की शिकायत मामले में पुलिस मुख्यालय ने दुमका के रेंज डीआइजी को जांच का निर्देश दे दिया है। झारखंड एकेडमिक काउंसिल के प्रमाण पत्र के अनुसार अंकिता की जन्मतिथि 26 नवंबर 2006 है। इस हिसाब से उसकी उम्र 17 वर्ष हो रही है। वैसे यह मामला तूल पकड़ने के बाद और पीड़िता की मौत के बाद इस केस से संबंधित धाराएं भी बदली हैं। अब आरोपियों पर पोक्सो एक्ट भी लगा दिया गया है।
बिसरा जांच सप्ताह भर में पूरी होगी
दुमका पुलिस ने किशोरी की बिसरा को राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला में इस अनुरोध के साथ जमा करवाया था कि जांच रिपोर्ट जल्द दी जाए। सूत्रों के अनुसार सप्ताह भर के अंदर बिसरा जांच पूरी हो जाएगी। इसके बाद रिपोर्ट दुमका पुलिस को दी जाएगी। रिपोर्ट मिलने के बाद इस मामले में दुमका पुलिस चार्जशीट दाखिल करेगी।