Real estate company Sanjivani buildcon case : झारखंड समेत देशभर के कई राज्यों में जमीन और मकान का सपना दिखा कर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाली रियल इस्टेट कंपनी संजीवनी बिल्डकान व इसके निदेशकों पर सीबीआइ की रांची स्थित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने एक और केस दर्ज कर लिया है। रांची के लोअर बाजार थाने में 25 अगस्त 2017 को दर्ज केस को टेकओवर करते हुए सीबीआइ ने शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज की है।
दिनेश कुमार तिवारी हैं शिकायतकर्ता
इस मामले के शिकायतकर्ता धुर्वा एचइसी कालोनी निवासी दिनेश कुमार तिवारी है। जिन लोगों को इस मामले में आरोपित बनाया गया है, उनमें संजीवनी बिल्डकान प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के अलावा कंपनी की निदेशक अनामिका नंदी, सुरजीत गोस्वामी, प्रबंधक श्याम किशोर गुप्ता व मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव श्वेता रानी शामिल हैं। आरोपितों पर आपराधिक साजिश कर धोखाधड़ी करने का आरोप है।
दिनेश कुमार से करीब साढ़े 26 लाख की ठगी
संजीवनी बिल्डकॉन के निदेशकों पर आरोप है कि उनलोगों ने एक साजिश के तहत दूसरे की जमीन की रजिस्ट्री शिकायतकर्ता दिनेश तिवारी और उनकी पत्नी के नाम पर की थी। इसके एवज में विभिन्न तिथियों में 26 लाख 6800 रुपये की ठगी की गई थी। इसकी जानकारी दिनेश कुमार तिवारी को तब मिली, जब वे अपनी रजिस्टर्ड जमीन पर निर्माण संबंधी कार्य करने पहुंचे तो कुछ लोगों ने इसका विरोध कर दिया। इसके बाद उन्होंने जमीन के दस्तावेज की जांच कराई तो पता चला कि उक्त जमीन खतियानी रैयत चामा मुंडा व अन्य के नाम पर पंजीकृत है।
प्रबंध निदेशक जयंत दयाल नंदी अभी भी फरार
यह मामला खुलने के बाद खुद को ठगा पाकर दिनेश कुमार तिवारी ने अदालत में अपनी ओर से शिकायत दर्ज कराई थी। अदालत के निर्देश पर ही रांची के लोअर बाजार थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। अब हाई कोर्ट के आदेश पर सीबीआइ ने प्राथमिकी दर्ज की है। संजीवनी बिल्डकान कंपनी का प्रबंध निदेशक जयंत दयाल नंदी अब तक फरार है, जिसके विरुद्ध पहले से ही लुक आउट नोटिस जारी है।