Ranchi news : क्या आप किसी आपातकालीन स्थिति में फंस गए हैं, आपको हेल्प चाहिए… घबड़ाएं नहीं, झारखंड पुलिस का इमर्जेसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (ईआरएसएस) है न। जी हां, झारखंड पुलिस ने ईआरएसएस के तहत डायल 112 सेवा को पूरी तरह लागू कर दिया है। यह एक ऐसी सेवा है, जिसके तहत आप पुलिस सहायता, अग्निशमन, महिला हेल्पलाइन, मेडिकल इमर्जेंसी व किसी भी आपात स्थितियों में शिकायत दर्ज कराकर तत्काल मदद ले सकते हैं। डायल-112 एप को आप मोबाइल में भी डाउनलोड कर सकते हैं। आपको बता दें, डायल-112 से संबंधित क्यूआर कोड को किसी भी आपात स्थिति में स्कैन कर आप मौके पर पुलिस को बुला सकते हैं।
सार्वजनिक स्थलों और वाहनों पर चस्पा होगा यह कोड
सुरक्षा, विशेषकर महिला सुरक्षा और एटीएम से जुड़े अपराध की रोकथाम के लिए डीजीपी ने डायल-112 का क्यूआर कोड जिले के सभी आटो, ई-रिक्शा व नगर निगम के सभी बसों पर चिपकाया का निर्देश दिया है।
इस कोड को महिलाएं आसानी से स्कैन कर डायल-112 में छेड़खानी या अन्य शिकायतें दर्ज करा सकेंगी। एटीएम के अंदर व बाहर, महिला कालेज, कोचिंग सेंटर, स्कूल, बाजार, हाट, मॉल, सोसाइटी आदि स्थलों पर भी इसे लगाया जाएगा।
कुछ इस तरह काम करेगा यह सुरक्षा कोड
डायल-112 के क्यूआर कोड को स्कैन करने पर जेएच. ईआरएसएस. इन का यूआरएल लिंक आएगा। इसे क्लिक करने पर रिक्वेस्ट हेल्प का बटन आएगा, जिसे दबाने पर एक फार्म दिखेगा, इसमें शिकायतकर्ता को कुछ जानकारी देनी होगी, जो बहुत ही सहज और सरल होगा। इसे भरने के बाद तत्काल एक मैसेज आएगा, सर्विस रिक्वेस्ट सबमिटेड सक्सेसफुली। यह मैसेज आते ही आपकी शिकायत डायल-112 में दर्ज हो जाएगी। इसके साथ ही पुलिस सक्रिय हो जाएगी। शिकायतकर्ता के मोबाइल पर डायल-112 से एक काल भी जाएगा। काल करने वाला उनकी शिकायत के बारे में जानकारी लेकर आपातकालीन स्थिति होने पर पास में मौजूद पीसीआर या प्रतिनियुक्त पेट्रोलिंग वाहन से सहायता उपलब्ध कराएगा।