धनबाद जिला अंतर्गत चिरकुंडा के डुमरीजोड़ में अवैध उत्खनन के दौरान चाल धंसने से करीब 70 लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। खदान में फंसे सभी मजदूर पश्चिम बंगाल के बताये जा रहे हैं। इस हादसे के बाद दो पोकलेन मशीन खदान में फंसे लोगों को निकालने में जुट गयी है। बता दें कि यह हादसा बीसीसीएल की बंद खदान में हुआ है। घटना के संबंध में बताया गया कि सुबह करीब 8.30 बजे डुमरीजोड़ के पास सड़क धंस गयी। इसके कुछ देर बाद खदान धंसी। खदान के धंसते ही अवैध उत्खनन में लगे लोग इसमें फंस गये।
कोयला खनन के लिए तीन आटो में आए थे लोग
स्थानीय लोगों के अनुसार गुरुवार की सुबह करीब तीन ऑटो में सवार होकर लोग अवैध कोयला उत्खनन के लिए आये थे। कोयला उत्खनन कर ही रहे थे कि सबसे पहले पास की सड़क धंस गयी और फिर कुछ देर बाद खदान भी धंसने लगी। खदान धंसने की जानकारी मिलते ही अवैध उत्खनन में लगे लोग भागने लगे। इसमें कुछ लोग तो खदान से बाहर निकल गये। अभी भी करीब 70 से लोगों के खदान में फंस होने की आशंका जतायी जा रही है।
राहत और बचाव कार्य में जुटी दो पोकलेन मशीन
खदान धंसने की जानकारी मिलते ही लोग इस ओर दौड़ पड़े। इसी बीच दो पोकलेन मशीन लाकर उसे राहत और बचाव कार्य में लगा दिया गया है। बताया गया कि इस क्षेत्र से हर दिन करीब 150 टन अवैध कोयले का उत्खनन होता है। इसके बावजूद इस ओर किसी का ध्यान नहीं जाता है।
कच्ची सड़क भी धरती में समाई
इस संबंध में धनबाद के डीसी ने कहा कि भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) के अस्थायी रूप से बंद खनन पट्टा क्षेत्र के पास सुबह करीब साढ़े आठ बजे 60 फुट कच्ची सड़क धंस गयी। हालांकि, डीसी ने यहां किसी के फंसे होने की पुष्टि नहीं की है।