Bihar Update News, Gaya, Top Maoist Leader Pramod Mishra Arrested With One Helper : गुरुवार को बिहार के गया जिले की पुलिस ने सीपीआई माओवादी संगठन के पोलित ब्यूरो सदस्य और शीर्ष नेताओं में से एक प्रमोद मिश्र को उसके एक सहयोगी अनिल यादव के साथ अरेस्ट कर लिया है। उस पर झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ और आंध्रप्रदेश में नक्सली वारदातों के दर्जनों मामले दर्ज हैं। हालांकि अभी आधिकारिक तौर पर उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की गई है।
कुछ माह पहले झारखंड के सारंडा में था सक्रिय
दिल्ली, पंजाब, हरियाणा सहित कई राज्यो में नक्सली संगठनों के विस्तार में उसका अहम रोल रहा है। उसने झारखंड-बिहार की सीमा पर गया जिले में किसी ठिकाने पर पनाह ले रखी थी। इसके कुछ महीने पहले तक वह झारखंड के सारंडा इलाके में सक्रिय था। प्रमोद मिश्रा की गिनती माओवादियों के संगठन में देश के स्तर पर मास्टरमाइंड और प्रमुख रणनीतिकार के रूप में होती है। वह वर्षों तक जेल में रहा और 2017 में सबूत के अभाव में छूटने के बाद भूमिगत हो गया।
2009 में धनबाद से हुआ था गिरफ्तार
प्रमोद मिश्र को इसके पहले झारखंड पुलिस की एसटीएफ ने धनबाद के विनोद नगर से 14 मार्च 2009 को गिरफ्तार किया था। वहां उसने अपने रिश्तेदार के यहां पनाह ले रखी थी। सबूतों के अभाव में 2017 में जेल से निकलने के बाद वह एक बार फिर से नक्सली गतिविधियों में सक्रिय हो गया था। दो साल पहले गया में एक परिवार के चार लोगों को नक्सलियों ने मुखबिरी के आरोप मे फांसी पर लटका दिया था।
3 मई को एनआईए ने की थी छापेमारी
बताया जाता है कि प्रमोद मिश्र ने ही इन्हें फांसी पर लटकाने का हुक्म दिया था। एनआईए और बिहार और झारखंड की पुलिस बीते कई महीनों से उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत थी। बीते तीन मई को उसके पैतृक आवास और रिश्तेदारों के घर पर एनआईए ने छापेमारी भी की थी, लेकिन वह पकड़ में नहीं आया था। अब गया से उसके गिरफ्तार होने की खबर आ रही है।