Jharkhand Update News, Ranchi, Chargesheet Against Gangster Aman Srivastava By ATS : झारखंड के खतरनाक गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव के खिलाफ एटीएस का शिकंजा धीरे-धीरे मजबूत हो रहा है। पता चल रहा है कि लेवी व रंगदारी के पैसे से हथियार खरीद कर आतंक फैलाने के मामले में जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव के खिलाफ एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाड (ATS) ने जांच पूरी कर ली है। स्पेशल जज पीके शर्मा की अदालत में अमन श्रीवास्तव के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी गई है। यह चार्जशीट धारा 386, 387, 109, 120बी व 201 के तहत दाखिल की गई है।
यूएपी एक्ट लगाने की अभियोजन स्वीकृति खारिज
बताया जाता है कि यूएपी एक्ट लगाने की अभियोजन स्वीकृति सक्षम पदाधिकारी ने खारिज कर दी है। चार्जशीट में कहा गया है कि अमन श्रीवास्तव का गिरोह लेवी के पैसे से हथियार खरीदता था। उसी हथियार से गोलीबारी और आगजनी आतंक फैलाता था। व्यवसायियों और ठेकेदारों में खौफ पैदा करता था। लेवी और रंगदारी वसूलने और आतंक फैलाने का सभी काम उसके ही इशारे पर होता था। उसके गुर्गे और सहयोगी खुलेआम दहशत फैलाते थे। रंगदारी के रूप में मिलने वाली राशि हवाला के माध्यम से अमन श्रीवास्तव के रिश्तेदारों तक पहुंचाया जाता था।
16 मई को किया गया था अरेस्ट
एटीएस को जांच के दौरान इस गिरोह की फंडिंग, आर्थिक स्रोत व हवाला चैनल का भी पता चला है। गुप्त सूचना के आधार पर झारखंड पुलिस की एटीएस ने अमन श्रीवास्तव को 16 मई को महाराष्ट्र एटीएस के सहयोग से वासी रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया था। 18 मई को रांची के एटीएस कोर्ट में उसे पेश किया गया था। वहां से रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ की थी। इसमें कई अहम जानकारी उसने पुलिस को दी थी।
16 जनवरी 2022 को रेड में पकड़ाए थे 28 लाख 38 हजार रुपए
बता दें कि एटीएस की टीम ने 16 जनवरी 2022 को सिद्धार्थ साहू के घर छापेमारी की थी। इस दौरान सिद्धार्थ के घर से एटीएस ने 28 लाख 88 हजार रुपए बरामद किए थे। पूछताछ में सिद्धार्थ ने बताया था कि बरामद रुपए अमन श्रीवास्तव के थे। यह पैसे रंगदारी के रूप में वसूले गए थे। अमन के ही कहने पर पिंटू नाम के व्यक्ति ने सिद्धार्थ को पैसे दिए थे। वहीं 16 जनवरी को ही बिनोद कुमार पांडेय के घर से भी 5.42 लाख रुपए बरामद किए गए थे। विनोद ने भी पूछताछ में स्वीकार किया था कि बरामद रुपए अमन श्रीवास्तव के हैं और ये पैसे रंगदारी के हैं। जिसे अमन और अभिक श्रीवास्तव के खाते में डालना था।