Jharkhand- Bangal news : कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल (businessman Amit Agrawal) को रिमांड पर लेकर हर रोज ईडी रांची (ED Ranchi) की टीम पूछताछ कर रही है कि उसके गलत काम में किन-किन प्रभावशाली लोगों (influential people) ने उसका साथ दिया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कारोबारी अमित अग्रवाल (businessman Amit Agrawal) ने ऐसे लोगों के नाम ईडी (ED) को बता दिए हैं। यह ईडी (ED) की बड़ी सफलता मानी जा रही है। लेकिन ईडी ने अभी तक इस बारे में अधिकृत जानकारी नहीं दी है। माना जा रहा है कि ईडी (ED) की टीम मामले को अंजाम तक पहुंचाने के बाद ही कोई पुख्ता जानकारी सार्वजनिक करेगी। फिलहाल ईडी ED) उन लोगों की कुंडली खंगालने में जुटी है, जिनके नाम अमित अग्रवाल ने उजागर किए हैं। चुकी जो नाम अमित अग्रवाल (businessman Amit Agrawal) ने बताए हैं, वे सभी के सभी लोग बड़े और प्रभावशाली हैं। उन लोगों को टच करने से पहले कुछ जरूरी कागजात और सबूत जुटाने में ईडी की एक अलग टीम जुट चुकी है।
अमित अग्रवाल के मोबाइल से मिले महत्वपूर्ण सुराग
ईडी को अमित अग्रवाल (Amit Agrawal) के मोबाइल से कुछ अहम सुराग मिले हैं। इनमें कुछ ह्वट्स अप चैट (WhatsApp chat) भी शामिल हैं। इसके अलावा पूछताछ में कारोबारी ने कुछ और लोगों के नाम भी लिये है। आरोप है कि संथाल परगना (Santhal pargana) में हुए अवैध खनन ( Illegal mining) में पकड़े गये ब्रोकर प्रेम प्रकाश की कंपनी के खाते से एक स्टूडियो के खाते में राशि भेजी गयी थी। उक्त स्टूडियो के डायरेक्टर अमित अग्रवाल (Amit Agrawal) रह चुके हैं। संताल परगना में 1000 करोड़ रुपये के अवैध खनन ( illegal mining) में पंकज मिश्रा, प्रेम प्रकाश (Prem Prakash) और बच्चू यादव (bacchu Yadav) पर दाखिल चार्जशीट में भी ईडी ने अमित अग्रवाल की सहभागिता का जिक्र किया है। तब वह ईडी के रडार पर थे। ईडी (ED) ने कारोबारी अमित अग्रवाल (Amit Agrawal) को कई बार पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन असहयोग करने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर ईडी रांची ले आई थी।
कारोबारी अमित अग्रवाल पर लगे हैं ये आरोप
सूत्रों की माने तो ब्रोकर और बड़े अधिकारियों का करीबी रह चुके प्रेम प्रकाश (Prem Prakash) ने संताल परगना से अवैध खनन का रुपया मंगवाया था। फिर इसे कोलकाता (Kolkata) के व्यवसायी अमित अग्रवाल (businessman Amit Agrawal) को देकर इसे घूमवाया था। झामुमो (jmm) से निष्कासित पूर्व कोषाध्यक्ष रवि केजरीवाल (Ravi Kejriwal) के बयान के आधार पर इस मामले को ईडी (ED) ने चार्जशीट में शामिल किया है। इसके अलावा ईडी ने अमित अग्रवाल से झारखंड हाईकोर्ट (Jharkhand High court) के वकील राजीव कुमार (advocate Rajiv Kumar) कैश कांड मामले में भी पूछताछ की। इसके साथ कई कंपनियों द्वारा की गई लेनदेन को भी लेकर सवाल किये गये। सूत्रों की मानें तो झारखंड (Jharkhand) के कई बड़े नेताओं (top political leaders) से अमित अग्रवाल की नजदीकी थी। कुछ फर्जी कंपनियों (shell companies) की भी जानकारी ईडी को मिली है। इससे संबंधित सवाल भी अमित अग्रवाल से पूछे गये। करोड़ों रुपए की मनी लांडरिंग में अमित अग्रवाल का नाम आया है। इस बारे में उनसे सवाल किये गये हैं।