Jharkhand, West Bengal news : झारखंड हाईकोर्ट (Jharkhand High court) के अधिवक्ता राजीव कुमार (advocate Rajiv Kumar) की 50 लाख रुपये के साथ गिरफ्तारी (arrest) मामले में मनी लांड्रिंग (money laundering) की जांच कर रही ईडी (ED) की टीम ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध शिकंजा कस दिया है। ईडी ने इस मामले के शिकायतकर्ता और कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल (Kolkata businessman Amit Agarwal) को मनी लांड्रिंग के पर्याप्त साक्ष्य के आधार पर गिरफ्तार कर विशेष अदालत (special court) में पेश करने के बाद रविवार को रिमांड पर भी ले लिया। अब अमित कुमार से अगले 15 सितंबर तक विस्तृत पूछताछ होगी। इससे पूर्व ईडी ने आयकर विभाग (income tax department) से उन दस्तावेज भी मांगे हैं, जो अमित अग्रवाल (businessman Amit Agrawal) के ठिकानों पर दो साल पहले छापेमारी (raid) में जब्त किए गए थे। अब आयकर विभाग (income tax department) के जब्त दस्तावेजों के आधार पर भी कारोबारी अमित अग्रवाल से पूछताछ की जाएगी। इस दौरान ईडी (ED) आरोपों का सत्यापन भी कराएगी।
रांची, कोलकाता व जामताड़ा में हुई थी छापेमारी
बताते चलें कि दो साल पहले (2 years ago) 26 सितंबर 2020 को आयकर विभाग (income tax department) ने कोलकाता (Kolkata) के कारोबारी अमित अग्रवाल के कोलकाता के साल्टलेक सिटी स्थित आवास और अरोड़ा स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालय के साथ -साथ जामताड़ा (jamtada) के मिहिजाम स्थित मिहिजाम वनस्पति नामक फैक्ट्री, रांची के पंडरा और बसंत विहार ठिकानों पर छापेमारी (raid) कर अहम कागजात जब्त किया था। राजधानी रांची (capital Ranchi) में अमित अग्रवाल के रिश्तेदार विनीत अग्रवाल उनका कारोबार देखते थे। आयकर विभाग ने तब यह आशंका जाहिर की थी कि विनीत अग्रवाल ही झारखंड (Jharkhand) में अमित अग्रवाल के कारोबार नेटवर्क का संचालन करता था।