Jharkhand Update News, Sahibganj, Wife Left Husband After Becoming Nurse With Her 10 Years Son : अभी यूपी की एसडीएम ज्योति मौर्य और पति आलोक के बीच के विवाद की स्टोरी खूब चर्चा का विषय बनी हुई थी। इसी बीच झारखंड में भी इसी तरह की एक दूसरी स्टोरी सामने आ गई। यह स्टोरी है झारखंड के साहिबगंज की कल्पना कुमारी और पति कन्हाई लाल पंडित की। कन्हाई ने खून-पसीना बहाकर झारखंड के बाहर जाकर मजदूरी कर कल्पना को पढ़ाया आगे बढ़ाया। नर्स बनने में पूरी मदद की। लेकिन, जब उसे नौकरी मिली तो वह उसे छोड़ कर चली गई और साथ में 10 साल के बेटे को भी लेकर गई। साल 2009 में कन्हाई और कल्पना की शादी हुई थी। उनका एक 10 साल का बेटा भी है।
मजूदरी कर उठाया पत्नी की पढ़ाई का खर्चा
कन्हाई लाल पंडित का कहना कि कल्पना पढ़ना चाहती थी, लेकिन इतने पैसे नहीं थे कि पढ़ा सकें। पत्नी के जिद के आगे झुकना पड़ा। मजदूरी कर परिवार का खर्च चलाते हुए पत्नी को पढ़ाया। पत्नी की शिक्षा की खातिर कन्हाई ने बोरिया में मकान बनाया। वहीं, शिबू सोरेन जनजातीय विद्यालय में पत्नी को एडमिशन दिलवाया। इसके बाद टाटा जमशेदपुर में नर्सिंग कॉलेस में वैकेंसी निकली, तो कल्पना ने एएनएम की पढ़ाई करने की इच्छा जताई। कन्हाई लाल ने नर्सिंग ट्रेनिंग सेंटर में दो लाख फीस का भुगतान किया। कल्पना ने यहां पढ़ाई कर डिग्री ली। पत्नी की पढ़ाई और रहने का खर्चे में कन्हाई पर कर्ज चढ़ गया। इधर ट्रेनिंग पूरी होते ही कल्पना ने झुमावती नर्सिंग होम में बतौर नर्स ज्वॉइन कर लिया।
मायके जाने को कहकर निकली थी बेटा संग, फिर नहीं लौटी
14 अप्रैल को कल्पना अपने मायके जाने का कहकर बेटे संग घर से निकली। फिर वापस नहीं आई। देर रात तक पत्नी के घर न लौटने पर कन्हाई ने उसको फोन किया, जो बंद आया। फिर उसने अपने साले को कॉल किया, तो उसने बताया कि बहन दोपहर को ही ससुराल के लिए निकल गई है। काफी खोजबीन करने के बाद कल्पना का पता नहीं चला। ऐसे में पति ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। इधर, कल्पना के माता-पिता का कहना है कि कन्हाई उनकी बेटी के साथ मारपीट करता था। घर का खर्च नहीं चलाता और दहेज के लिए दबाव डालता था। अब वह उनकी बेटी और पोते के नाम की प्रॉपर्टी को हड़पना चाहता है। अब पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है।