Tatan Nagar (टाटानगर) स्टेशन से होकर चलने वाली भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 22823) 3 जून को हादसे का शिकार होते-होते बची। उसकी एक बोगी के चक्के का टेंपरेचर बढ़ जाने के बाद अचानक उसमें से तेजी से चिंगारी निकलने लगी और चारों तरफ धुआं फैल गया। इस स्थिति में बोगी में बैठे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। सभी यात्रियों को बोगी से निकालकर प्लेटफार्म पर लाया गया। 2 घंटे तक ट्रेन स्टेशन पर खड़ी रही।
चक्के में खराबी की दे दी गई सूचना
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, निर्धारित समय से ट्रेन 3.50 बजे टाटानगर पहुंच गई। हालांकि, दोपहर डेढ़ बजे ही हिजली स्टेशन से खड़गपुर डिवीजन एवं खड़गपुर डिवीजन रेलवे कंट्रोल को ट्रेन के चक्के में खराबी आने की सूचना दी गई। यात्रियों ने तत्काल TTE को इसकी सूचना दी। TTE ने रेलवे कंट्रोल को मैसेज भेजा। इस कारण राखामाइंस में ट्रेन खड़ी कर इंजन से तीसरी कोच बी-10 के तापमान की जांच की गई। जांच में चक्के का तापमान मानक से ज्यादा निकाली, लेकिन राखा माइंस (खड़गपुर डिवीजन का इंटरमीडिएट स्टेशन) में चक्के की खराबी को ठीक नहीं किया जा सका।
टाटा स्टेशन से train दो घंटे बाद हुई रवाना
ट्रेन चक्रधरपुर डिवीजन में प्रवेश करते ही पहले से तैयार टाटा रेल प्रशासन की टीम ने एक लाइन को खाली कर रखा था। ट्रेन के टाटा स्टेशन पहुंचने के बाद चक्के के टेंप्रेचर की दोबारा जांच की गई। मानक से ज्यादा तापमान मिलने की स्थिति में बी-10 कोच को काटकर अलग किया गया। इसके बाद उक्त कोच के रिप्लेसमेंट में दूसरी थर्ड एसी का कोच लगाकर ट्रेन को दो घंटे के बाद शाम 5.50 बजे ट्रेन को रवाना किया गया।