Hazaribagh news : कोलकाता में ट्रेनी डाक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना के बाद देश के डॉक्टरों का एक बड़ा तबका हड़ताल पर है। इनमें खासकर जूनियर डॉक्टरों ने आंदोलन कर रखा है। इससे पूरे देश के अस्पतालों में तबाही मची है। मरीज परेशान हैं। अस्पतालों से हर दिन लाखों मरीज बगैर इलाज के लौट रहे हैं। ऑपरेशन टल रहे हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि इससे कई मरीज असमय काल के गाल में समा रहे हैं। ऐसे में शेख भिखारी मेडिकल कालेज सह अस्पताल, हजारीबाग ने बड़ा निर्णय लिया है, वह यह कि यहां की महिला डाक्टर रात में ड्यूटी नहीं करेंगी। आइये और जानें….
सुबह नौ से रात्रि नौ बजे तक ही देनी होगी सेवा
सुरक्षा को केंद्र में रख अस्पताल प्रबंधन ने मेडिकल कालेज अस्पताल में डाक्टरों की ड्यूटी रोस्टर में बदलाव करते हुए महिला डाक्टरों को रात्रि डयूटी से हटा दिया गया है। साथ ही महिला डाक्टरों को अब अस्पताल से छात्रावास तक लाने और ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने वाहन सुविधा उपलब्ध कराने की पहल की है। जारी आदेश के अनुसार अब महिला डाक्टरों को सुबह नौ बजे से रात्रि नौ बजे तक ही अस्पताल में सेवा देनी होगी।
एसएनसीयू और लेबर रूम में पूर्व की तरह तैनात रहेंगी डॉक्टर, सुरक्षा बढ़ी
हालांकि, अस्पताल के एसएनसीयू और लेबर रूम में महिला डाक्टरों की ड्यूटी पूर्व की तरह जारी रहेगी। अस्पताल के पारा मेडिकल कर्मचारियों और स्टाफ नर्स को यह सुविधा नहीं दी गई है। इधर, सुरक्षा की दृष्टि से मेडिकल कालेज अस्पताल की इमरजेंसी में पुलिस के चार जवानों को स्थायी तौर पर तैनात किया गया है। इतना ही नहीं, मेडिकल कालेज के गर्ल्स हास्टल से लेकर अस्पताल के आसपास पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है।