Jharkhand news : झारखंड में सुखाड़ (dry in Jharkhand) की स्थिति की विभाग समीक्षा कर रहा है। इस पर 31 अक्टूबर (31st October) तक निर्णय ले लिया जाएगा। यह बात चाईबासा में हुई जिला 20 सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन कार्य समिति की बैठक के बाद झारखंड के कृषि एवं सहकारिता मंत्री (agriculture minister) बादल पत्रलेख (Badal Patra lekh) ने कही। उन्होंने कहा कि खरीफ फसल इस बार झारखंड में उम्मीद के अनुसार नहीं हुई है। राज्य में सुखाड़ की स्थिति पर विभाग गंभीरता से समीक्षा कर रहा है। 31 अक्टूबर तक फैसला लिया जाएगा। मंत्री ने कहा कि बैठक में सदस्यों ने जिले में चल रही पेयजल योजना के संबंध में शिकायत की है। बताया गया है कि पेयजल के लिए एजेंसी कार्य करती हैं लेकिन योजना को धरातल पर उतारे बगैर ही चली जाती हें। इसका फायदा ग्रामीणों को सही से नहीं मिल पाता है। इसलिए अब पेयजल विभाग को निर्देश दिया गया है कि कोई भी एजेंसी कार्य करें। उसे कार्य पूरा करने के बाद ग्रामसभा या आमसभा से प्रमाण पत्र प्राप्त करना होगा। इसके बाद ही एजेंसी के अंतिम विपत्र का भुगतान विभाग करेगा।
चाईबासा का चावल दिवस माडल पूरे राज्य में होगा लागू
20 सूत्री की बैठक के दौरान झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख (Badal Patralekh) ने पश्चिमी सिंहभूम उपायुक्त (westsinghbh dc) अनन्य मित्तल (Ananya Mittal) के हर माह 15 और 25 तारीख को चावल दिवस (rice day) मनाने की पहल की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि युवा पदाधिकारी नयी चीजें लेकर आते हैं। गरीबों के लिए खाद्यान्न का चावल अति महत्वपूर्ण होता है लेकिन कुछ दुकानदार उसमें भी घोटाला कर देते हैं। इसको देखते हुए चाईबासा डीसी ने बहुत अच्छा प्रयास किया है। माह के दो दिन 15 और 25 को चावल दिवस मनाया जा रहा है। जिसमें जिला, प्रखंड के अधिकारी के साथ जनप्रतिनिधि भी मौजूद रह कर गरीबों के बीच वितरण कराते हैं। यह अच्छा प्रयास पूरी तरह सफल भी है। इसकी प्रशंसा राज्य स्तर पर भी हो रही है इसलिए जल्द ही चावल दिवस के माडल को पूरे राज्य में लागू कराया जायेगा जिससे गरीबों तक उनका हक पहुंचाया सके।