केंद्र सरकार ने लोगों को राहत देते हुए पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क घटा दिया है। पेट्रोल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क में 8 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 6 रुपये प्रति लीटर की कमी की गयी है। इससे पेट्रोल की कीमतें 9.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 7 रुपये प्रति लीटर कम हो गया हैं। प्रदेश भाजपा ने केंद्र की इस पहल का स्वागत किया है। साथ ही राज्य की हेमंत सरकार से अपने हिस्से के राजकीय वैट को कम करने की मांग की है। रविवार को पार्टी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेस किया। इसमें प्रदेश महामंत्री आदित्य साहु ने कहा कि महंगाई पर घड़ियाली आंसू बहाने वाली जेएमएम- कांग्रेस और आरजेडी महागठबंधन की सरकार को वैट कम कर झारखंड की जनता को दोगुनी राहत देने की दिशा में कार्य करना चाहिए। प्रेस वार्ता में मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक और सह मीडिया प्रभारी अशोक बड़ाईक भी उपस्थित थे।
समाज के अंतिम व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश कर रहे पीएम मोदी
आदित्य साहू ने कहा है कि देश के गरीब, दलित, किसान सहित अन्य वर्गों को राहत पहुंचाने का काम 2014 से किया जा रहा है। समाज के अंतिम व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कान लाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोशिश कर रहे हैं। दूसरी तरफ हेमंत सरकार की नीतियों के खिलाफ राज्य की जनता बेहाल है। प्रधानमंत्री ने देश सहित झारखंड की जनता के चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश की है। हेमंत सरकार को अब केंद्र की तर्ज पर पेट्रोल-डीजल पर कीमतों में कमी करना चाहिए।
झारखंड में गरीबों के राशन का बंदरबांट
भाजपा नेता ने कहा कि कोरोना काल में पीएम मोदी ने देशवासियों को हर संभव राहत पहुंचाने का काम किया। महामारी की संकट के बीच करोड़ों नागरिकों को निःशुल्क राशन मुहैया कराया गया। वहीं आज झारखंड में गरीबों के राशन का बंदरबांट हो रहा है। मीडिया में आयी खबर के मुताबिक, राज्य के गरीब वर्ग के लोगों को दो माह के राशन की जगह केवल एक माह का ही राशन दिया जा रहा है। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर लोगों को एक माह का राशन क्यों नहीं मिल रहा है। इसी तरह देश के किसानों को केंद्र द्वारा हर संभव राहत दी जा रही है।