हेमंत सोरेन का उपायुक्त सिमडेगा और झारखंड पुलिस को निर्देश : यथाशीघ्र बिटिया की सकुशल वापसी सुनिश्चित करें
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग और हरियाणा सरकार से मामले में संज्ञान लेने का किया आग्रह
झारखनड एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की टीम गुरुग्राम के लिए कल होगी रवाना
Jharkhand daily Hindi news : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने सिमडेगा निवासी 14 वर्षीय बच्ची के साथ किये गये अमानवीय व्यवहार को गम्भीरता से लिया है। सीएम ने उपायुक्त सिमडेगा और झारखण्ड पुलिस को मामले में एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई करने, बच्ची को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने, बच्ची की सकुशल राज्य वापसी, उसे शिक्षा तथा सरकारी योजनाओं से जोड़ते हुए सूचित करने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग और हरियाणा सरकार से आग्रह किया है कि इस गम्भीर मामले को संज्ञान में लें और लड़की को उसके परिवार में वापस लाने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करें। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद उपायुक्त सिमडेगा ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि मामले को संज्ञान में लिया गया है एवं एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की टीम बच्ची को रेस्क्यू करने के लिए गुरुवार को प्रस्थान करेगी। बच्ची को चिकित्सा, शिक्षा, पुनर्वास एवं योजनाओं का लाभ त्वरित रूप से उपलब्ध कराया जायेगा।
यह है मामला
मुख्यमंत्री को जानकारी मिली कि सिमडेगा निवासी 14 वर्षीय बच्ची को घर कार्य करने हेतु गुरुग्राम ले जाया गया था। वहां उसे पिछले दिनों अमानवीय यातनाएं दी गयीं। बच्ची की लाठी डंडे और गर्म चिमटे से पिटाई की गयी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने सिमडेगा उपायुक्त और झारखण्ड पुलिस को कार्रवाई का आदेश दिया है।