कांग्रेस ने पिछली बार के संसदीय चुनाव में 07 सीटों पर लड़ा था चुनाव, इस बार गोड्डा और कोडरमा लोकसभा की सीट पर भी लड़ेगी
Jharkhand news, Jharkhand update, Ranchi news, Ranchi update, Jharkhand Congress, Jharkhand politics : कांग्रेस ने झारखंड की 14 में से 09 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारने का फैसला किया है। शेष 05 सीटों पर इंडिया गठबंधन के घटक दलों के प्रत्याशियों की जीत के लिए प्रयास करेगी। यह फैसला कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, झारखंड प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय की मौजूदगी में राज्य इकाई की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक में हुआ।
घटक दलों में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान के आसार
कांग्रेस के फैसले पर फिलहाल झारखंड में इंडिया के घटक दलों की ओर से प्रतिक्रिया नहीं आयी है, लेकिन यह तय माना जा रहा है कि सीटों के बंटवारे को लेकर खींचतान होगी। वर्ष 2019 के चुनाव में कांग्रेस ने यूपीए गठबंधन के तहत 07 सीटों पर चुनाव लड़ा था। गठबंधन में झामुमो के हिस्से 04 सीटें आयी थीं, 02 सीटें बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेवीएम को दी गयी थीं। जबकि, राष्ट्रीय जनता दल को मात्र 01 सीट मिली थी। हालांकि, राजद आखिर तक अपनी जिद पर अड़ा रहा और दो सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे।
नतीजतन, चतरा लोकसभा सीट पर कांग्रेस और राजद दोनों के प्रत्याशी एक साथ मैदान में थे। इस बार कांग्रेस ने 07 के बजाय 09 सीटों पर प्रत्याशी उतारने का फैसला किया है। पिछली बार की 07 सीटों के अलावा जिन 02 सीटों पर उसका दावा है, उनमें गोड्डा और कोडरमा लोकसभा की सीटें हैं। दोनों सीट को पिछली बार बाबूलाल मरांडी की पार्टी झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के लिए छोड़ा गया था। कांग्रेस नेतृत्व का कहना है कि ये दोनों सीटें उसने अपने कोटे से जेवीएम के लिए छोड़ी थीं।
कांग्रेस ने इन सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है
अब जेवीएम विघटित हो चुकी है। इसके बाद इन दोनों सीटों पर वह अपने उम्मीदवार देगी। कांग्रेस ने जिन नौ सीटों पर लड़ना तय किया है, उसमें चाईबासा, खूंटी, चतरा, धनबाद, रांची, लोहरदगा, हजारीबाग, गोड्डा और कोडरमा शामिल हैं। फिलहाल, इनमें से मात्र एक सीट चाईबासा उसके कब्जे में है, जहां से गीता कोड़ा सांसद हैं। इस बार इंडिया गठबंधन में झारखंड की सीटों के बंटवारे को लेकर सबसे ज्यादा जिच चाईबासा, चतरा और हजारीबाग सीट को लेकर होगी। चाईबासा सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा पहले से दावा ठोक रहा है। पार्टी की जिला कमेटी ने इस सीट पर झामुमो का प्रत्याशी उतारने का प्रस्ताव पारित कर सेंट्रल कमेटी को भेजा है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा का अपना अलग ही है तर्क
झामुमो का तर्क है कि चाईबासा लोकसभा के अंतर्गत आनेवाली विधानसभा सीटों में मात्र एक सीट को छोड़ बाकी पर झामुमो का कब्जा है। यानी यहां झामुमो का जनाधार कांग्रेस की तुलना में ज्यादा बड़ा है। दूसरी ओर, कांग्रेस की सीटिंग सीट है, इस कारण वहां किसी भी हाल में छोड़ने को तैयार नहीं होगी। हजारीबाग सीट पर वाम दलों की ओर से दावेदारी की जा रही है। दरअसल, इस सीट पर वर्ष 2004 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रत्याशी भुवनेश्वर प्रसाद मेहता जीत दर्ज कर चुके हैं। इस बार पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डी राजा खुद इस सीट से लड़ना चाहते हैं। पिछले चुनाव में यूपीए गठबंधन में वाम दल शामिल नहीं थे, लेकिन इस बार इंडिया गठबंधन में उनकी भी साझेदारी है। लिहाजा, उनकी ओर से भी दावेदारी होगी। तीसरी सीट चतरा है, जिस पर जिच के आसार हैं। दरअसल, इस सीट पर पूर्व में राजद के प्रत्याशी जीत चुके हैं और इस आधार पर राजद यहां दावेदारी करता रहा है। पिछली बार कांग्रेस और राजद दोनों इस सीट पर अड़े रहे और आखिरकार दोनों दलों ने अपने प्रत्याशी उतार दिये थे।