शूटर अमन सिंह रंगदारी प्रकरण में पिछले दो दिनों से बंद डॉ. समीर कुमार के मटकुरिया स्थित सुयश क्लीनिक के मेन गेट का ताला गखोला गया। यह ताला डॉ समीर के कहने पर खोला गया है, ताकि वहां भर्ती चार मरीजों और उनके परिजनों को आने-जाने में परेशानी न हो। भर्ती मरीजों के इलाज की जिम्मेवारी इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) धनबाद ने ली है।
आईएमए के डॉक्टर संभाल रहे क्लीनिक
आईएमए धनबाद के सचिव डॉ सुशील ने बताया कि डॉ समीर ने उन्हें कॉल कर ताला खुलवाने को कहा था। उनके कहे अनुसार क्लीनिक का ताला खुलवा दिया गया है। वहां चार मरीज भर्ती हैं, जिनका इलाज चल रहा है। इन मरीजों के इलाज की जिम्मेवारी आईएमए धनबाद ने ली है। जरूरत के अनुसार आईएमए से जुड़े डॉक्टर वहां जाकर मरीजों का जरूरी इलाज करेंगे।
डॉक्टर समीर से एक करोड़ की रंगदारी मांगी थी
गौरतलब है कि अमन सिंह के गुर्गे छोटू सिंह उर्फ आशीष रंजन की ओर से डॉ समीर से एकमुश्त एक करोड़ रुपए और पांच लाख रुपए महीना की रंगदारी मांगी गई थी। रंगदारी नहीं दिए जाने की स्थिति में छोटू सिंह ने उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी। इस घटना से आहत डॉ समीर ने मंगलवार की शाम क्लीनिक में भर्ती मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया था। कर्मचारियों को छुट्टी दे दी थी।
रंगदारी प्रकरण के कारण क्लीनिक बंद रहा
क्लीनिक में ताला लगा दिया गया था। इसके बाद वे पूरे परिवार के साथ धनबाद से बाहर चले गए थे। वहां चार मरीज बच गए थे, जो परिजनों के साथ अंदर ही रह रहे थे और पिछले दरवाजे से आना-जाना करते थे। जरूरी होने पर बाहर से उन्हें मदद दी जाती थी। क्लीनिक के बाहर पुलिस का पहरा बैठा दिया गया है। इन सबके बीच डॉ समीर ने मरीजों और उनके परिजनों की परेशानी को देखते हुए क्लीनिक के मेन गेट का ताला खुलवाया है। बताया जा रहा है कि डॉ समीर फिलहाल उत्तर प्रदेश में अपने रिश्तेदार के घर किसी पारिवारिक समारोह में शरीक होने गए हैं।