Dhanbad news: मैन्युअल लोडिंग की मांग को लेकर बीसीसीएल के कोल डम्प पर एटक का अनिश्चितकालीन धरना गुरुवार को शुरु हुआ था । धरने को लेकर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई थी, क्योंकि जोगता नागरिक समिति के बैनर तले बंदी का विरोध करने के लिए कांग्रेस और जेएमएम के कार्यकर्ता कोलडंम पर डटे हुए थे। वहीं शुक्रवार को धनबाद पुलिस अनुमंडल के जोगता थाना क्षेत्र अंतर्गत बीसीसीएल के क्षेत्र संख्या 5 तेतुलमुडी कोलडंप पर दो पक्षो के टकराव के कारण पूरा कोल डंप परिसर रण क्षेत्र में तब्दील हो गया।
कोल डम्प को पुलिस छावनी में तब्दील
टकराव की संभावना देख कोल डम्प को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था।हालांकि गुरुवार को माहौल तनावपूर्ण रहने के बावजूद भी धरना शांतिपूर्ण चला रहा कोल डंप पर लोडिंग कार्य और ट्रको का कांटा होना बंद था।शुक्रवार को भी अनिश्चितकालीन धरना शांतिपूर्ण चल रहा था। तभी सैकड़ो की संख्या में झामुमो नेता हरेंद्र चौहान के समर्थक और कांग्रेस के लोग झंडा लेकर बंदी का विरोध करने धरना स्थल पर पहुंचे। इसके बाद माहौल बिगड़ता चला गया।
देखते ही देखते तेतुल मुड़ी कोल डम्प रण क्षेत्र में तब्दील हो गया। धरना पर बैठे एटक के कार्यकर्ता जो ढुल्लू महतो समर्थक थे, बम और गोली चलाने लगे। भगदड की स्थिति उत्पन्न हो गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते रहे । इसके बाद झामुमो और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एटक के द्वारा बनाए गए धरना स्थल के पंडाल में तोड़फोड़ कर उसे गिरा दिया।
एक दर्जन बम चले और दर्जनों राउंड फायरिंग
प्रत्यक्षदर्शियो की माने तो घटनास्थल पर लगभग एक दर्जन बम चले और दर्जनों राउंड फायरिंग की गई । मौके पर पुलिस को कई जिंदा बम बरामद हुए हैं, और गोली का खोखा भी बरामद किया गया है ।इन सारी घटनाओं के दौरान पुलिस मुक दर्शक बनी रही। लोगों ने पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। घटना में मजिस्ट्रेट के वाहन को भी छतीग्रस्त किया गया, और पत्रकारों के वाहन में भी तोड़फोड़ की गई। वही घटनास्थल पर पुटकी अंचलाधिकारी सह मजिस्ट्रेट विकास आनंद ने पत्रकारों को बताया कि एटक के द्वारा अनिश्चितकालीन धरना चल रहा था इस वक्त झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के लोग धरना के विरोध में आ गए और दोनों के बीच झड़प हो गई।विधि व्यवस्था में खलल उत्पन्न हो गई। लोगों को चिन्हित कर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। इस झडप के बाद धरना पर बैठे एटक के कार्यकर्ता वहां से चले गए । इसके बाद कोल्डम पर कार्य को सुचारू रूप से शुरू किया गया। कोयलांचल में बीसीसीएल के कोलवरियो एवं कोल डंप पर वर्चस्व कायम करने के लिए बमबारी और गोलीबारी की घटना पहले भी कई बार हो चुकी है। मजदूरों को सामने कर वर्चस्व कायम करने वाले नेता लोग अपना उल्लू सीधा करते हैं।