Dhanbad news, jharia news : धनबाद जिला अंतर्गत झरिया के केसी गर्ल्स हाई स्कूल में शनिवार को झरिया एकेडमी के आठवीं के छात्र प्रिंस कुमार साव (15 वर्ष) की मौत स्कूल में छज्जा गिरने से हो गई। प्रिंस परीक्षा देकर बाहर निकल रहा था। इस दुर्घटना के बाद स्थानीय लोग इकट्ठा हो गये। लोगों ने स्कूल की जगह व्यवस्था के लिए स्कूल प्रबंधन को खूब खरीखोटी सुनाई।आक्रोशित लोगों ने स्कूल में जमकर हंगामा किया। प्रिंस के शव को रखकर सड़क जाम कर दिया। इधर, लोगों का गुस्सा देख लगभग एक दर्जन शिक्षक ऊपर के एक कमरे में स्वयं को बंद कर लिया। काफी प्रयास के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने एक लाख का चेक और नौकरी का आश्वासन देकर भीड़ को शांत कराया। इस घटनाक्रम से करीब चार घंटे तक झरिया अशांत रहा।
दुर्घटना के विरोध में दुकानदारों में बंद कीं दुकानें
आठवीं के छात्र प्रिंस को मलबे में दबा देख लोगों ने उसे तत्काल बाहर निकालकर नर्सिंग होम में भर्ती कराया। इस बीच उसकी स्थिति गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने उसे धनबाद रेफर कर दिया। धनबाद के अस्पताल में जांच के दौरान डॉक्टरों ने प्रिंस को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद लोगों ने शव को राजा तालाब के पास मुख्य मार्ग पर रखकर शाम चार बजे आवागमन पूरी तरह से रोक दिया। आसपास के दुकानदारों ने भी छात्र की मौत के विरोध में धड़ाधड़ दुकानें बंद कर लीं।
छात्र के परिजन को एक लाख का चेक दिया
मामले की जानकारी मिलने के बाद ही सिंदरी डीएसपी, झरिया थाना पुलिस समेत कई थानों की पुलिस पहुंची। झरिया सीओ राम सुमन प्रसाद भी मौके पर पहुंच गए। पदाधिकारियों ने आक्रोशित लोगों से कई बार जाम हटाने को कहा, लेकिन आक्रोशित लोग शिक्षा विभाग के अधिकारी को बुलाने की मांग पर अड़े रहे। इसी दौरान बारिश आ गई । इस कारण प्रिंस के शव को सड़क से उठाकर स्कूल परिसर में रख दिया गया। झरिया के बीईईओ कामेश्वर महतो के पहुंचते ही छात्र के परिजन चपरासी की नौकरी और 20 लाख रुपये मुआवजे की मांग करने लगे। बीईईओ ने इस बात की जानकारी वरीय अधिकारी को दी। रात आठ बजे झरिया के सीओ ने स्वजन को तत्काल एक लाख रुपये का चेक दिया।
प्रधानाध्यापिका पर लगाया हत्या का आरोप
साथ ही, सरकारी योजना से चार लाख रुपये व विभाग की ओर से परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने पर सहमति जताई। इसके बाद लोग शांत हुए। इधर, मृत छात्र के पिता पिता प्रदीप कुमार ने झरिया थाने की पुलिस से स्कूल प्रबंधन व प्रधानाध्यापिका पर पुत्र की हत्या का आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई है। थाने को दिए गए लिखित आवेदन में बताया गया है कि केसी गर्ल्स स्कूल के ठीक सामने हमारा घर है। स्कूल की जर्जर अवस्था को देख कई बार इसकी मरम्मत के लिए कहा गया लेकिन कोई पहल नहीं की गई। अगर स्कूल प्रबंधन पहले ही मरम्मत कर लेता तो आज यह दुर्घटना नहीं होती।