Ranchi News: रांची के प्रसिद्ध ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. राकेश अग्रवाल(Dr.Rakesh Agarwal) ने अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर (Itanagar) में जटिल पेल्विक इंजुरी के एक मामले का सफल ऑपरेशन किया। ईटानगर के एक युवक अभी हाल में हुए भूस्खलन (Landsliding) की वजह से गंभीर चोट का शिकार हुआ था और उसकी pelvis बुरी तरह से टूट गई थी। ऑपरेशन के समय उसकी इंज्यूरी को तीन सप्ताह हो चुका था। पेल्विक एसिटाबुलर इंज्यूरी ऑर्थोपेडिक सर्जरी की श्रेणी में सबसे जटिल माना जाता है।
पेल्विक एसिटाबुलर इंज्यूरी की सर्जरी के हैं विशेषज्ञ
इस युवक का इलाज नाहरलागुन ईटानगर के डॉ. (प्रो) लेनिन लिगू (Dr.Prof Lenin Ligu) के द्वारा किया जा रहा था। इस मरीज के क्रिटिकल सर्जरी को देखते हुए उन्होंने इसके विशेषज्ञ भगवान महावीर मेडिका रांची के ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. राकेश अग्रवाल से फोन पर संपर्क किया। प्रो.लेनिन लिगू ने इस क्षेत्र में डॉ राकेश अग्रवाल की विशेषज्ञता का उपयोग कर उस मरीज का सफलतापूर्वक सर्जरी करवाया। डॉ राकेश अग्रवाल बीएचयू(BHU) से मेडिकल की पढ़ाई पूरी कर लंबे समय से रांची में अपनी सेवा दे रहे है। फिलवक्त भगवान महावीर मेडिका में ऑर्थोपेडिक सर्जन के तौर पर अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। जिन्होंने पैल्विक एसिटाबुलर इंज्यूरी(Pelvic acetabular injurie)की सर्जरी में विशेषज्ञता हासिल की। इस कारण इन्हें इस तरह की जटिल सर्जरी के लिए पूर्वी भारत के कई शहरों से आमंत्रित आईओकिया जाता है।
पेल्विक एसिटाबुलर इंज्यूरी में जल्द सर्जरी जरूरी
डॉ राकेश अग्रवाल ने बताया कि पेल्विक एसिटाबुलर इंज्यूरी(Pelvic acetabular injurie) ऑर्थोपेडिक सर्जनों के द्वारा किए जाने वाले इलाज में सबसे गंभीर चोटों की श्रेणी आता है। जो हाई स्पीड रोड़ एक्सीडेंट और ऊंचाई से गिरने के बाद होती हैं। इस तरह की इंज्यूरी के बाद अच्छे परिणाम के लिए किसी एक्सपर्ट सर्जन के द्वारा जल्द और सटीक उपचार की आवश्यकता होती है। कभी-कभी क्रिटिकल केसेस में एक या एक से अधिक सर्जरी की आवश्यकता होती है।
रांची में भी हुई है कई जटिल मरीजों की सर्जरी
इनके द्वारा रांची में भी कई जटिल मरीजों की सर्जरी हुई है। रांची बोन क्लिनिक (Ranchi Bone Clinic) के नाम से रांची में उनका एक प्रतिष्ठान भी है। उन्होंने बताया कि रांची के काठी टांड़ के 20 साल के संदीप खलखो का एक रोड़ एक्सीडेंट में काफी बड़ा फ्रैक्चर हुआ था, जिसके बाद हुई जटिल पेल्विक सर्जरी(Pelvic Surgery)से उसे काफी राहत मिली थी। आज वह सामान्य तरीके से अपना सभी कार्य कर पा रहा है।