Chiraiya, motihari news: पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग एवं शिक्षा विभाग के आदेश के आलोक में शुक्रवार को प्रखंड के सभी प्राथमिक, मध्य एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में बिहार पृथ्वी दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यालय के शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं ने पौधरोपण किया। साथ ही सभी ने पर्यावरण संरक्षण से संबंधित 11 सूत्री संकल्प भी लिए। बिहार पृथ्वी दिवस के अवसर पर राजकीय मध्य विद्यालय खड़तरी के प्रधानाध्यापक राकेश रंजन ने बच्चों को बताया कि राज्य में वर्ष 2012 से बिहार पृथ्वी दिवस का आयोजन किया जा रहा है।
बच्चों ने लिया 11 सूत्री संकल्प
वर्ष 2017 में बिहार पृथ्वी दिवस के राज्यस्तरीय समारोह में उप मुख्यमंत्री के द्वारा यह घोषणा की गई थी कि अब प्रत्येक वर्ष बिहार पृथ्वी दिवस पर राज्य के सभी सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों में इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जिसके बाद से हर वर्ष 9 अगस्त को विद्यालयों में बिहार पृथ्वी दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। पर्यावरण विभाग द्वारा पर्यावरण संरक्षण से संबंधित 11 सूत्री संकल्प जारी किया गया है जिसे सभी बच्चों ने उस संकल्प को आत्मसात करने का संकल्प लिया। इस क्रम में बच्चों ने संकल्प लिया कि मैं प्रत्येक वर्ष कम से कम एक पौधा लगाकर उसकी सुरक्षा एवं देखभाल कर वृक्ष बनाऊंगा। दूसरे संकल्प में बच्चों ने अपने आसपास के तालाब नदी पोखर एवं अन्य जल स्रोतों को प्रदूषित नहीं करूंगा, इसके लिए दूसरों को भी प्रेरित करूंगा। तीसरा आवश्यकता से अधिक जल का उपयोग नहीं करूंगा एवं इस्तेमाल के बाद नल को बंद करूंगा। चौथा अपने घर, विद्यालय, आस-पड़ोस में वर्षा के जल संचय हेतु अपने परिवार के सदस्यों को प्रेरित करूंगा।
आवश्यकतानुसार बिजली का करूंगा उपयोग…
पांचवां बिजली का उपयोग आवश्यकता अनुसार ही करूंगा एवं घर से बाहर निकलते समय बिजली के बल्ब, पंखा को बंद कर दूंगा। छठा अपने घर, विद्यालय एवं आस-पड़ोस को स्वच्छ रखते हुए वहां से निकलने वाले कूड़े को कूड़ेदान में डालूंगा। सातवां प्लास्टिक, पॉलिथीन का उपयोग बंद कर कपड़े या कागज के थैली का उपयोग करूंगा और अन्य लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करूंगा। आठवां जीव- जंतुओं एवं पशु-पक्षियों के प्रति प्रेम का भाव रखूंगा एवं इसके लिए यथासंभव दाना पानी की व्यवस्था करूंगा। नौवां नजदीक के कार्य पैदल अथवा साइकिल से करूंगा। दसवां कागज का अनावश्यक उपयोग नहीं करूंगा एवं अन्य लोगों को भी इस हेतु प्रेरित करूंगा एवं ग्यारहवां मैं खुले में शौच नहीं कर शौचालय का उपयोग करूंगा।