Ranchi news, Jharkhand news : झारखंड में ईडी इन दिनों ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार ईडी ने आईएएस अधिकारी और रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन समेत कई अंचल अधिकारियों और जमीन कारोबारियों के ठिकाने पर एक साथ गुरुवार की सुबह छापा मारा है। सूत्रों से मिली खबर के अनुसार ईडी कुल 22 ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। बता दें कि आईएएस अधिकारी छवि रंजन वर्तमान में समाज कल्याण विभाग के निदेशक हैं। पूर्व में वह रांची के डीसी भी रह चुके हैं।
पिछले साल भी इस मामले में ईडी ने की थी छापेमारी
मिली जानकारी के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने गुरुवार को सुबह आईएएस छवि रंजन समेत कई अंचलाधिकारियों और जमीन कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी शुरू की है। बताया जा रहा है कि राजधानी रांची के बरियातू स्थित सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन की खरीद – बिक्री मामले में ईडी के अधिकारियों ने यह कार्रवाई की है। इसी मामले में गत वर्ष 5 नवंबर को ईडी ने कोलकाता के व्यवसायी अमित अग्रवाल और एक अन्य व्यवसायी विष्णु अग्रवाल के साथ- साथ दो रजिस्ट्रार से जुड़े दो दर्जन ठिकानों पर छापा मारा था।
सेना की जमीन की खरीद- बिक्री से जुड़ा है मामला
बताते चलें कि सेना की जमीन फर्जीवाड़े का पर्दाफाश पहले ही आयुक्त की जांच रिपोर्ट में हो चुका है। सेना के कब्जे वाली जमीन की खरीद-फरोख्त मामले में जांच रिपोर्ट में यह बात सामने आ चुकी है कि प्रदीप बागची नाम के व्यक्ति ने फर्जी तरीके से दिलीप कुमार घोष को यह जमीन बेची थी। इस मामले के संज्ञान में आने के बाद रांची नगर निगम ने बरियातू थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। रांची नगर निगम के कर संग्रहकर्ता दिलीप शर्मा ने जालसाजी के मामले में केस दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि प्रदीप बागची के फर्जी दस्तावेज पर दोनों होल्डिंग ले लिया था। आयुक्त की जांच में सेना के कब्जे वाली जमीन का असली दावेदार जयंत करनाड है।