मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के मुश्किलें बढ़ गयी हैं। 22 जून 2020 को बरहरवा थाने में दर्ज एफआइआर को टेकओवर करने के बाद ईडी ने शनिवार को प्राथमिकी दर्ज करायी है। अब उनकी मुश्किलें और बढ़ेंगी। पाकुड़ जिले के ठेकेदार शंभू नंदन भगत को जान से मारने की धमकी देने और साहेबगंज के बरहरवा हाट बाजार बंदोबस्ती, टोल कलेक्शन टेंडर नहीं भरने देने के मामले में यह प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस मामले में ईडी पंकज मिश्रा से जल्द पूछताछ करेंगी। बता दें कि कुछ दिन पहले पंकज मिश्रा ने ईडी को चुनौती दी थी।
शंभू नंदन के बयान पर ईडी ने की कार्रवाई
ईडी ने शंभू नंदन का बयान दर्ज करते हुए कार्रवाई की है। इसमें शंभू ने बयान दिया है कि उन्हें पंकज मिश्रा से लगातार धमकी भरे फोन कॉल मिल रहे थे। ईडी ने शंभू नंदन के मोबाइल को फोरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजा है, ताकी बातचीत के कई महत्वपूर्ण अंश और डाटा निकाला जा सके। मामले पर ईडी ने बहरहरा नगर पंचायत ऑफिस के सीसीटीवी फूटेज भी निकाले हैं, जिसे 18 सीडी में कनवर्ट किया गया है, ताकि मनी लाउंड्रिंग के मामले में पंकज मिश्रा को बुक किया जा सके।
अब मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि के साथ-साथ कांग्रेस के वरिष्ठ मंत्री पर भी ईडी की दबीश मुसिबत वाली हो गयी है। मंत्री और पंकज मिश्रा की जान से मारने की धमकी वाले काल खुद अब इन दोनों के लिए मुसिबत बन गये हैं। बरहरवा नगर पंचायत में कांग्रेसी मंत्री के भाई अमीरूल आलम और पंकज मिश्रा पर कर उगाही से संबंधित निविदा को लेकर यह धमकी दी गयी थी।
जून 2020 की है घटना
दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि यह घटना 22 जून 2020 की है। कहा गया है कि शंभू नंदन ने बरहरवा पुलिस स्टेशन में मंत्री, पंकज मिश्रा के खिलाफ भादवि की धारा 147, 149, 341, 342, 322, 379, 120 बी, 504 और 506 के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। इस प्रकरण में भी बरहरवा के डीएसपी प्रमोद मिश्रा की भूमिका भी संदेह के दायरे में हैं, जिन्होंने पूरे प्रकरण में मंत्री को क्लीनचिट दी है।
डीएसपी प्रमोद मिश्रा ने कैसे दे दी थी क्लीन चिट
डीएसपी प्रमोद मिश्रा में दाखिल किये गये चार्जशीट में मंत्री को क्लीनचिट दे दी थी। ईडी यह जांच रही है कि कैसे डीएसपी ने यह क्लीनचिट दी है। साहेबगंज के बरहरवा में हाट बाजार की बंदोबस्ती को लेकर हुए टेंडर विवाद की जांच अब ईडी ने शुरु की है। मामले में विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा सहित कई अन्य लोग भी आरोपी हैं, ईडी ने थाने में दर्ज प्राथमिकी की भी जानकारी भी मांगी है।
ठेकेदार को नोटिस जारी कर मांगी गई जानकारी
बरहरवा थाने में दर्ज केस के आधार पर प्रिवेंशन ऑफ मनी लाउंड्रिंग एक्ट के तहत जांच शुरू की गयी है। शंभू नंदन प्रसाद के खिलाफ भी दो अन्य लोगों ने ठेका विवाद में मुकदमा दर्ज कराया था। मामले में केस दर्ज किये जाने के बाद ईडी के रांची जोनल ऑफिस के असिस्टेंट डायरेक्टर देवव्रत झा ने इस संबंध ठेकेदार को नोटिस जारी कर जानकारी मांगी थी। इस मामले में वायरल हुए एक ऑडियो में राज्य के एक मंत्री, पंकज मिश्रा और शंभु नंदन भगत बातचीत करते दिखे थे। ऑडियो में पंकज मिश्रा और शंभू नंदन भगत के बीच तीखी बहस भी रिकॉर्ड हुई थी।