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Good news : 2003 के बाद सेवानिवृत्त हुए क्रिकेटरों को JSCA देगा पेंशन

Good news : 2003 के बाद सेवानिवृत्त हुए क्रिकेटरों को JSCA देगा पेंशन

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Ranchi news : राज्य के ऐसे क्रिकेट खिलाड़ी जो 2003 के बाद सेवानिवृत्त हो चुके हैं और जिन्हें बीसीसीआइ से पेंशन नहीं मिल रही है, झारखंड राज्य क्रिकेट संघ (जेएससीए) ने उनके लिए पेंशन योजना को मंजूरी दी है। साथ ही खिलाड़ियों को स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए आधुनिक पुनर्वास केंद्र स्थापित करने पर सहमति जताई है। इतना ही नहीं जेएससीए के बैंकिंग सहयोगी इंडियन बैंक और बैंक आफ इंडिया ने सभी आयु वर्ग के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों और गेंदबाजों को क्रिकेट किट प्रदान करने के लिए दो-दो लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया है। रविवार को जमशेदपुर में हुई जेएससीए की वार्षिक आमसभा में इन प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई।

पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की सदस्यता रहेगी बरकरार

वार्षिक आमसभा में इसके साथ ही भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की आजीवन सदस्यता बरकरार रखने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। बताया गया कि उनकी उपलब्धियों और झारखंड क्रिकेट में उनके योगदान को देखते हुए उनकी सदस्यता बरकरार रखने का फैसला सर्वसम्मति से किया गया। इधर, विदेश दौरे पर होने के बावजूद धौनी ने इस सभा में आनलाइन शिरकत की और अपनी बातें रखीं। 

सिमडेगा व खूंटी में बनेगा स्टेडियम, बोकारो स्टेडियम होगा अपग्रेड 

वार्षिक आमसभा में कमेटी आफ मैनेजमेंट ने बताया कि सिमडेगा में पांच एकड़ और खूंटी में आठ एकड़ जमीन पर नए स्टेडियम के निर्माण की योजना है। बोकारो स्टेडियम को भी अपग्रेड किया जाएगा, जहां रणजी क्रिकेट मैचों के आयोजन की संभावना तलाशी जा रही है।

खेलों के आधारभूत संरचनाओं के विकास पर बैठक में विशेष फोकस किया गया।

दिखी नाराजगी, सदस्यता प्रक्रिया पर उठे सवाल

बैठक में कुछ बिंदुओं पर सदस्यों की नाराजगी भी दिखी। एक सदस्य मनोज यादव ने सदस्यता प्रक्रिया पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि सदन की अनदेखी कर सदस्य बनाए जा रहे हैं। इस पर सचिव ने स्पष्ट किया कि सफाई किसी की अनदेखी नहीं हुई है। पूर्व अध्यक्ष अमिताभ चौधरी के स्वजन को सदस्य बनाने के मामले पर विचार किया जा रहा है और इस पर जल्द ही कमेटी निर्णय लेगी। आगे से सदस्यता उसी जिले में प्रदान की जाएगी, जहां का व्यक्ति है, ताकि भ्रम की स्थिति उत्पन्न न हो।

आडिट रिपोर्ट पर सवाल, अखिलेश झा की सक्रियता

कुछ सदस्यों ने आडिट रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए आडिटर का नाम बताने की मांग की। साथ ही यह भी जानना चाहा कि वार्षिक लेखाजोखा किसने तैयार किया है। इन सवालों का कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया गया। हाल ही में कुछ निर्वाचित प्रतिनिधियों द्वारा अपने दो-दो स्वजन व मित्रों को आजीवन सदस्य बनाने के प्रस्ताव को पारित किए जाने के मामले पर संघ ने सफाई दी कि यह प्रक्रियाधीन थी और कमेटी ने ही इन्हें सदस्यता प्रदान करने का निर्णय लिया है। सभा में आईजी अखिलेश झा की उपस्थिति और उनका सदस्यों से मेल मिलाप चर्चा में रही।

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