Ranchi news, Jharkhand news: जमीन घोटाले में हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद झारखंड में सियासी संकट उत्पन्न हो गया था। लेकिन राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने जैसे ही विधायक दल के नेता चम्पाई सोरेन को सरकार बनाने के लिए बुलावा भेजा। वैसे ही झारखंड में चल रहा सियासी संकट समाप्त हो गया। अब चम्पाई शुक्रवार की दोपहर में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। नये मुख्यमंत्री को 6 दिन के भीतर सदन में बहुमत सिद्ध करना होगा। चम्पाई के शपथ लेने के बाद उन्हें 10 दिन के अंदर बहुमत साबित करना होगा। चम्पाई सोरेन के साथ कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल के कोटे से एक- एक मंत्री भी शपथ लेंगे। इनमें आलमगीर आलम और सत्यानंद भोक्ता शामिल हैं।
राजनीतिक गलियारे में दिनभर रही सरगर्मी
बता दें कि सरकार बनाने का दावा पेश करने के पहले झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन ने चम्पाई को नया नेता चुन लिया था। इसके बाद राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित नहीं किया था। इस मामले पर विमर्श के लिए उन्होंने थोड़ा समय मांग दिया था। चम्पाई के शपथ ग्रहण पर असमंजस के बीच महागठबंधन के विधायकों को एकजुट रखने के लिए भी दिनभर मशक्कत की जाती रही। दिन में विधायकों को हैदराबाद भेजने की तैयारी थी, ताकि उन्हें कोई तोड़ ना सके। लेकिन मौसम के खराब होने के कारण विमल उड़ान नहीं भर सका। इसके बाद विधायक राजकीय अतिथिशाला लौट आए। रात करीब 11:30 बजे सरकार गठन के लिए राजभवन से चम्पाई सोरेन को बुलावा आ गया। इसके बाद सरकार गठन की कवायद तेज हो गई।
राज्यपाल को सौंपा 43 विधायकों का समर्थन पत्र
शाम करीब 5:00 बजे चम्पाई सोरेन ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मिलकर उन्होंने एक बार फिर 43 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा। इस दौरान उन्होंने राज्यपाल से कहा कि कुछ और विधायकों के रांची पहुंचने से उनके पास 45-46 विधायक हो जाएंगे। दावा किया कि बहुमत उनके साथ है तथा वे राज्य में स्थिर सरकार देने में सक्षम हैं।