Ranchi news, Jharkhand news : जमीन घोटाले मामले में ईडी के निशाने पर आये झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आखिरकार इस्तीफा दे दिया है। यह भी जानकारी सामने आयी है कि ईडी ने उन्हें गिरफ्तार करने का भी निर्णय किया है। इस बीच पता चला है कि चम्पई सोरेन अब झारखंड के नये मुख्यमंत्री होंगे। चम्पई सोरेन विधायक दल के नेता चुन लिये गये हैं। चम्पई सोरेन सियासत में आने से पहले खेती बाड़ी करते थे। लेकिन, शिबू सोरेन के सहयोगी रहे हैं। कई मौकों पर हेमन्त सोरेन को इनका पैर छूते हुए भी देखा गया है। वहीं, हेमंत सोरेन से ईडी ने लंबी पूछताछ की और बताया गया कि एजेंसी उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हुई है।
हेमन्त 15 दिनों तक ED की कस्टडी में रह सकते हैं
यह भी जानकारी सामने आयी है कि हेमन्त सोरेन 15 दिनों तक रांची में ED की कस्टडी में रह सकते हैं। उनसे बुधवार को दिन के डेढ़ बजे से उनके कांके रोड स्थित आवास पर पूछताछ चल रही थी। बताया गया है कि सोरेन के जवाब से संतुष्ट नहीं होने के बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार करने का निर्णय कर लिया है। सोरेन के गिरफ्तार होने की भनक मिलते ही सत्तारूढ़ गठबंधन ने नये नेता का चुनाव कर सरकार बनाने की तैयारी कर ली है। इसके लिए राज्यपाल से मिलने का समय मांगा गया। विधायक दल ने चम्पई सोरेन को अपना नेता चुना है।
नये नेता की अगुवाई में सरकार
इसके पहले ईडी ने हेमन्त सोरेन को सूचित कर दिया कि वह उन्हें गिरफ्तार कर रही है। सोरेन को गिरफ्तार किये जाने के संकेत हालांकि शाम करीब पांच बजे ही मिल गये थे। इसके साथ ही सत्तारूढ़ गठबंधन ने नये नेता की अगुवाई में सरकार बनाने की तैयारी तेज कर दी थी। गठबंधन के तमाम विधायक बुधवार सुबह से मुख्यमंत्री हाउस में जमा थे। मंगलवार को सोरेन की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय कर लिया गया था कि उनकी गिरफ्तारी की नौबत आने पर नये नेता की अगुवाई में सरकार के लिए दावा पेश किया जायेगा।
हेमन्त ने ईडी अधिकारियों के खिलाफ रांची के एससी-एसटी थाने में दर्ज करायी प्राथमिकी
हेमन्त सोरेन ने ईडी के अधिकारी कपिल राज, देवव्रत झा, अनुपम कुमार सहित अन्य के खिलाफ बुधवार को रांची के एसटी एससी थाना में मामला दर्ज कराया है। एसटी एससी थाना कांड संख्या 06/24 दर्ज किया गया है।
हेमन्त सोरेन ने दर्ज कराये गये मामले में कहा है कि 27 और 28 जनवरी को उन्होंने नयी दिल्ली का दौरा किया और शांति निकेतन, जिसे झारखंड राज्य द्वारा आवास एवं कार्यालय उपयोग के लिए पट्टे पर लिया गया है, वहां रुका। 29 जनवरी को उन्हें पता चला कि ईडी के अधिकारियों ने अन्य लोगों के साथ मिल कर उस परिसर में कथित तलाशी ली थी। यह कथित तलाशी मुझे बिना किसी सूचना के ली गयी थी। उनको और उनके पूरे समुदाय को परेशान करने और बदनाम करने के लिए झारखंड भवन, नयी दिल्ली और 5/01, शांति निकेतन, नयी दिल्ली में ऑपरेशन किया गया।
मुख्यमंत्री ने दर्ज करायी गयी एफआईआर में कहा है कि ईडी के अधिकारियों ने उन्हें 29 और 31 जनवरी को रांची में उपस्थित रहने के लिए कहा था। हालांकि, राष्ट्रीय और झारखंड स्थित प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की ओर से व्यापक कवरेज से यह स्पष्ट है कि ईडी अधिकारियों ने मीडिया को इसकी जानकारी दी थी, ताकि मीडिया में तमाशा बनाया जा सके और आम जनता की नजरों में मेरी बदनामी हो।
सोरेन ने कहा है कि 30 जनवरी को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रिपोर्टों से पता चला है कि ईडी के अधिकारियों ने चुनिंदा गलत सूचना लीक की है कि आवास परिसर से जब्त की गयी नीली बीएमडब्ल्यू कार उनकी है। साथ ही, उनके पास से भारी मात्रा में अवैध नकदी भी मिली थी। उन्होंने कहा कि परिसर में मिले बीएमडब्ल्यू निर्मित कार का मालिक वह नहीं हैं, जिसके मालिक होने का दावा ईडी के अधिकारियों ने किया है। ईडी के अधिकारियों और अज्ञात अन्य लोगों ने जान-बूझ कर उन्हें सार्वजनिक रूप से अपमानित करने के लिए यह कृत्य किया है।