Sahibganj diyara, Sahibganj news, rajmahal news, Here crops are harvested at gunpoin : साहिबगंज दियारा (गंगा का कटाव स्थल) क्षेत्र के 20 गांव तीन राज्यों के लिए मुसीबत बन गए हैं। बंगाल के मालदा एवं बिहार के कटिहार जिले से सटे झारखंड के साहिबगंज जिले के एक दर्जन गांवों का सीमांकन नहीं होना इसकी मूल वजह है। खास तौर पर राजमहल के सात और साहिबगंज अंचल का एक दियारा क्षेत्र सीमा विवाद को लेकर सुर्खियों में रहा है। संबंधित गांवों की जमीन का सर्वेक्षण नहीं होने से मालदा और कटिहार के दबंग बंदूक की नोक पर झारखंडी किसानों के फसल काट ले जाते हैं। सीमा विवाद में जान-माल की हानि भी हो रही है। संबंधित क्षेत्र में हुई कई हत्याएं इसकी बानगी है।
दियारा क्षेत्र पर एक नजर
राजमहल : नारायणपुर, दाहू, रानीगंज, अमानत, पलासगाछी, पियारपुर, उधवा, फुदकीपुर, कटहलबाड़ी, बेगमगंज, कांची जगदीशपुर, राघोपुर, महेशपुर, गदायी, मसदा और जामनगर।
साहिबगंज : अझोलाराम बाड़ी, गोपालपुर, रामपुर बलुआ, समदा, सोमनपुर गंगा प्रसाद, हर प्रसाद, किशन प्रसाद, मखमलपुर, हाजीपुर, दिसोमकिता, राजगांव, मिर्जा चौकी, मुरौमा, रूपनगर, रामपुर, रामपुर बलिया टोला, लाल बथानी, लाल बथानी मिलिक तथा बाबूपुर।
असर्वेक्षित गांव : इस्लामपुर, हमदपुर, नित्यानंदपुर, जीतपुर, श्रीधर, रतनपुर, मगतपुर, प्रतापगंज, भवानी चौकी, रामनगर, टोपरा और हुसैनाबाद।
विवाद यहां : रानीगंज, पलासगाछी, पियारपुर, बेगमगंज, कांची जगदीशपुर, राघोपुर और गदायी।