Dhanbad Jharkhand crime news : धनबाद से चौंकाने वाली खबर सामने आई है। धनबाद के महुदा रेलवे कालोनी निवासी ठेकेदार विंध्याचल यादव के 14 वर्षीय पुत्र हर्षित की हत्या उसके दो नाबालिग दोस्तों ने धोखे से बुलाकर कर दी। हत्यारों ने साक्ष्य छिपाने के लिए शव को बाघमारा थाना क्षेत्र के जमुनिया कोलियरी के ओबी डंप में पत्थर से दबा दिया था। वैसे जांच के बाद न सिर्फ पुलिस ने हत्या की गुत्थी सुलझा ली, बल्कि दोनों आरोपितों को भी गिरफ्तार कर लिया। हर्षित डीएवी स्कूल महुदा में आठवीं कक्षा का छात्र था।
22 सितंबर से ही घर से गायब था हर्षित
जानकारी के अनुसार हर्षित 22 सितंबर की सुबह नौ बजे से घर से गायब हो गया था। घरवालों को उसने कहा था कि वह पार्क में खेलने जा रहा है, लेकिन फिर लौटकर नहीं आया। अगले दिन 23 सितंबर की शाम हर्षित के पिता विंध्याचल यादव ने महुदा थाने में आवेदन देकर कहा कि उनका पुत्र गायब है और उसके अपहरण की आशंका है। इसके बाद पुलिस ने हर्षित के मोबाइल का सीडीआर निकाला गया। पता चला कि हर्षित ने अंतिम बार अपने स्कूल में 10वीं तक पढ़ाई करनेवाले मधुबन के सोना नगर निवासी 16 वर्षीय दोस्त से बात की थी। वहीं, उस दोस्त के चचेरे भाई बरोरा निवासी 14 वर्ष के किशोर के साथ भी बात की थी। इस पर पुलिस ने हर्षित के दोस्त को थाने बुलाकर पूछताछ की, पर उसने बहलाने की कोशिश की। फिर दोनों से सख्ती से पूछताछ की गई तो राज खुल गया।
सट्टा लगाने के लिए हर्षित ने 40 हजार लिए थे उधार
हर्षित ने अप्रैल माह में अपने दोस्त से आइपीएल में सट्टा लगाने के लिए 40 हजार रुपये उधार लिया था। हर्षित ने कहा था कि उसे वह 40 के बदले 60 हजार रुपये देगा, लेकिन कई माह बीत जाने के बाद भी वह टालमटोल करता रहा। तब उसने अपने चचेरे भाई किशोर के साथ उसे मारने की साजिश रची। 22 सितंबर की सुबह नौ बजे वह अपने पिता की मोटरसाइकिल लेकर अपने भाई के साथ महुदा बाजार पहुंचा और हर्षित को फोन कर बुलाया। फिर उसे कहीं घूमने चलने की बात कहकर दोनों उसे ब्लाक दो की जमुनिया कोलयरी के ओबी डंप पर ले गए। कहा कि ऊपर चलकर सेल्फी लेंगे। इसके बाद ओबी डंप पर उसे एक पत्थर पर बैठाकर दोनों ने गमछा उसके गले में फंसा दिया और दोनों ओर से खींचकर उसकी हत्या कर दी। फिर वहीं पत्थर डालकर शव को दबा दिया। शुक्रवार की देर रात पुलिस ने शव बरामद कर लिया। हर्षित को मारनेवाला उसका दोस्त 11वीं का छात्र है, वहीं उसके चचेरे भाई ने पांचवीं तक ही पढ़ाई की है। वह किसी डेकोरेटर्स के यहां काम करता है।