Indian Railway System (इंडियन रेलवे सिस्टम) कई रूटों पर 26 अक्टूबर को बदहाल दिखा। गया और कोडरमा के बीच मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद इस रूट पर चलने वाली सारी ट्रेनों की स्थिति गड़बड़ा गई है। अभी तक कई ट्रेनों की वास्तविक स्थिति की जानकारी यात्रियों को स्टेशनों पर नहीं दी जा रही है। पटना से सुबह 6:10 बजे चलने वाली पटना रांची जनशताब्दी एक्सप्रेस के यात्री अभी तक कहां हैं, यह कोई बताने वाला नहीं है। रांची से पटना जाने वाले यात्री दिन में 1:00 बजे से स्टेशन पर बैठे हुए हैं। बार-बार इंक्वायरी में पूछने पर कोई सही जवाब नहीं दिया जा रहा है। प्रारंभ में यह बताया गया कि ट्रेन 5:00 बजे शाम तक पहुंचेगी और 5: 22 बजे खुलेगी। अभी 7:30 बजने वाले हैं, लेकिन ट्रेन कहां है, यह स्टेशन पर कोई बताने वाला नहीं है। यात्री परेशान हो रहे हैं, लेकिन कोई उनकी मदद करने वाला या ट्रेन के आने और खुलने के बारे में जानकारी नहीं दे रहा है। यात्रियों का धैर्य टूट रहा है। रेलवे को यह समझना चाहिए कि ऐसी ही स्थिति में यात्री आक्रोश में आकर कुछ भी कर सकते हैं।
स्टेशन पर सही जानकारी देने वाला कोई नहीं मंत्री अश्विनी वैष्णव समझे यात्रियों की परेशानी
जैसा कि स्टेशन पर बताया जा रहा है, कई ट्रेनों का रूट बदला जा चुका है। कई ट्रेनें रांची रेलवे स्टेशन पर आईं और खुलीं। सभी ट्रेनों की जानकारी बार-बार यात्रियों को दी गई, लेकिन जन शताब्दी एक्सप्रेस की पोजीशन की जानकारी अब तक कुछ भी नहीं दी जा रही है। कभी कुछ कहा जा रहा है, तो कभी कुछ कहा जा रहा है। ट्रेन कब आएगी, कब खुलेगी, यात्री इंतजार कर रहे हैं। उनके धैर्य की सीमा टूट रही है, लेकिन रेलवे का फेल सिस्टम कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से गुजारिश है कि वह इस रूट पर चलने वाली रांची पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस के पोजीशन की सही जानकारी देने का आदेश देकर यात्रियों की परेशानी दूर करने की कृपा करें।