Ranchi news : गुरु-शिष्य के संबंधों को लेकर कई बार कई बातें सुर्खियों में छा जाती हैं। कुछ बातें मर्यादा के दायरे में होती हैं तो कुछ इसे लांघ भी जाती हैं। कुछ प्रेरणादायक होती हैं तो कुछ गुरु-शिष्य के संबंधों पर सवाल खड़े कर जाती हैं। बहरहाल, यह मामला झारखंड की राजधानी रांची से सटे नगड़ी प्रखंड स्थित झारखंड आवासीय बालिका विद्यालय की है। यहां की छात्राओं ने यहां की वार्डन पर मसाज कराने के साथ-साथ अन्य कई गंभीर आरोप लगाए हैं। आइये सुनते हैं छात्राओं की कहानी उन्हीं की जुबानी…।
एक्सपायरी डेट का ब्रेड खिलाती हैं, शाम में हॉस्टल में दुकान सजातीं हैं
छात्राओं की शिकायत है कि विद्यालय की वार्डन वैशाली मिश्रा की छात्राओं को प्रताड़ित करती हैं। वह हॉस्टल में रहनेवाली छात्राओं से रोज तेल मालिश कराती हैं। इतना ही नहीं हास्टल में रात में दुकान लगाई जाती है तथा इनके द्वारा लगाई गई दुकान से खरीदारी करने को विवश किया जाता है। खाने के नाश्ते पर कई बार कीड़ा भी मिला है। खाने के लिए जो ब्रेड मिलता है अक्सर वह एक्सपायरी डेट वाला रहता है।
अभिभावकों से बात कराने को मोबाइल खरीदने के नाम पर लिए 50-50 रुपये
छात्राओं ने यह भी बताया कि वार्डन द्वारा हम सभी छात्राओं से 50-50 रुपये यह कह कर लिया गया कि मोबाइल फोन खरीदना है, जिससे आप लोगों के अभिभावकों से बात कराऊंगी, पर हम लोगों के अभिभावक से बात भी नहीं कराई जाती है। इसके अलावा हमारे अभिभावक के फोन आने पर भी हम लोगों से बात नहीं कराई जाती है। छात्राओं ने यह शिकायत स्कूल भ्रमण पर पहुंची जिला परिषद सदस्य पूनम देवी एवं उप प्रमुख नगड़ी सह नगड़ी प्रखंड शिक्षा समिति की अध्यक्ष अफसाना परवीन से की है।
परिषद की सदस्य ने कहा – वार्डन का जवाब संतोषप्रद नहीं
परिषद सदस्य एवं उप प्रमुख के अनुसार विद्यालय की वार्डन से पूछताछ करने पर वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाईं। झारखंड आवासीय बालिका विद्यालय नगड़ी की छात्राओं की स्थिति काफी दयनीय है। पाई जाने वाले त्रुटियों पर विद्यालय की वार्डन को हटाने तथा विभागीय जांच कर आवश्यक कार्रवाई हेतु जल्द से जल्द उपायुक्त रांची को पत्राचार किया जाएगा।
वार्डन की दलील, बातें मनगढ़ंत- राखी पर नहीं दी छुट्टी तो लगा रहीं आरोप
इधर, वार्डेन ने कहा सारे आरोप मनगढ़ंत हैं। छात्राओं को रक्षाबंधन की छुट्टी नहीं दी गई। इसी के गुस्से में सभी कई आरोप लगा रही हैं। वह किसी भी जांच को तैयार हैं।