Jharkhand news, Dumka- Bhagalpur road, Ramgarh block, bhadwari village, rajmahal news, Mangla haat : दुमका-भागलपुर मार्ग पर रामगढ़ प्रखंड का भदवारी गांव। गांव से कुछ दूरी पर अवस्थित मड़प्पा पहाड़ और इसके आसपास के इलाके में जमींदोज है एक प्राचीन सभ्यता। रामगढ़ से राजमहल का मंगलाहाट तक इलाका इस सभ्यता का विस्तार क्षेत्र माना जाता है। पत्थरों के बड़े-बड़े स्तंभ, चौखट, किवाड़, शिलालेख आदि इस सभ्यता के वाहक के रूप में यहां बिखरे पड़े हैं। मड़प्पा में मौजूद पाषाणकालीन सामग्री (पत्थर की कुल्हाड़ी और अन्य हथियार) और राजमहल से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर बसा कटघर गांव और इसके आसपास के इलाके में बहुतायत मात्रा में मिल रहे चावल, चना, अरहर, मूंग, गेहूं, धान आदि के जीवाश्म इस प्राचीन, लेकिन विकसित सभ्यता की कहानी बयां करती है।
सर्वे सेटलमेंट में है मड़प्पा का जिक्र
काठीकुंड के शिवालिक पहाड़ की तलहटी पर एक विशाल टिल्हा है, जहां एक विशाल कुआं और ईंटों के ढेर मौजूद है। एसएलएओ मेसी के स्तर से वर्ष 1910 में प्रकाशित गजेटियर्स में (बंगाल डिस्ट्रिक्ट गजेटियर्स) में मड़प्पा का कहीं उल्लेख नहीं मिलता है, लेकिन सर्वे सेटलमेंट में मड़प्पा गांव का जिक्र है।
यूं जमींदोज हुई सभ्यता
विशेषज्ञों का तर्क है कि संताल परगना के दुमका, मसलिया, शिकारीपाड़ा, काठीकुंड, नाला, कुंडहीत, गोड्डा आदि का इलाका ज्वालामुखी का उद्गम क्षेत्र था। हजारों साल पहले यहां ज्वालामुखी विस्फोट हुआ था, जिससे यह सभ्यता नष्ट हो गई। इन क्षेत्रों के कई हिस्सों में मौजूद पांच से 40 फीट ऊंचे लावा चट्टान इस घटना की गवाही देती है।