नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने 20 मई को झारखंड के चतरा में छापेमारी की है। इस क्रम में दो लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। यह कार्रवाई टेरर फंडिंग के मामले में बताई जा रही है। NIA को इस बात की सूचना मिली थी कि CCL, पुलिस, उग्रवादी और शांति समिति के बीच समन्वय बैठाने की आड़ में मोटी रकम लेवी के रूप में वसूली जाती थी। इस संबंध में NIA टंडवा थाने में दर्ज प्राथमिकी(कांड संख्या 22/18) की जांच कर रही है।
कई लोग हैं ED की रडार पर
इस संबंध में कई लोग पहले से ईडी की रडार पर हैं। आधुनिक पावर के महाप्रबंधक संजय कुमार जैन, ट्रांसपोर्टर सुधांशु रंजन उर्फ छोटू सिंह, मास्टरमाइंड सुभान खान, विदेश्वर गंझू उर्फ बिंदु गंझू, प्रदीप राम, विनोद गंझू, अजय सिंह भोक्ता समेत नौ आरोपी मुकदमे का सामना कर रहे है।
ज्यादा दर पर लिया गया था ढुलाई का टेंडर
प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन तृतीय प्रस्तुति कमेटी (TPC) को फंड देने की भी जांच में पुष्टि हुई है। TPC को लेवी देने के लिए ही उसने ऊंची दर पर मगध और आम्रपाली प्रोजेक्ट से कोयला ढुलाई का ठेका लिया गया था। इसकी अनुशंसा कथित तौर ओर उग्रवादी संगठन ने की थी। बदले में ऊंची दर पर ली गई राशि का अधिकतर हिस्सा टीपीसी तक जाता था।