Jharkhand (झारखंड) के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि राज्य में अवैध खनन किसी भी हाल में स्वीकार नहीं होगा। यदि अवैध खनन नहीं रुका तो संबंधित जिलों के अधिकारियों की खैर नहीं मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि इसपर प्रभावी मैकेनिज्म तैयार कर हर हाल में रोक लगाएं और अवैध खनन से जुड़े लोगों व माफिया पर तत्काल सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करें। मुख्मयंत्री ने शनिवार को राज्य के सभी डीसी और एसपी के साथ 21 मई को वर्चुअल समीक्षा बैठक के बाद यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कुछ माफिया जानबूझकर अवैध खनन को अंजाम दे रहे हैं, ताकि सरकार की छवि खराब की जा सके।
किसी भी हाल में रुके अवैध खनन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने धनबाद, हजारीबाग आदि कोल खनन वाले जिलों एवं पाकुड़, चाईबासा, लातेहार, रांची आदि पत्थर माइनिंग वाले जिलों में तैनात अफसरों को विशेष तौर पर हिदायत देते हुए अवैध खनन पर लगाम लगाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि अवैध खनन हुआ तो अब अफसरों की खैर नहीं। सीएम ने कहा कि राज्य में अवैध खनन कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अवैध खनन रोकना सभी अधिकारियों की जिम्मेदारी है। अवैध खनन रोकने के मामले में जो अधिकारी लापरवाही बरतेंगे उन पर ठोस कार्रवाई की जाएगी। अवैध खनन रोकने को लेकर राज्य स्तर में भी विशेष टीम का गठन किया जाएगा।
गंभीरता से लें शिकायतों को
सीएम ने कहा कि अवैध खनन की शिकायतों को जिलों में पदस्थापित अधिकारी गंभीरता से लें। शिकायतों को रिसीव करने के लिए टोल फ्री नंबर जारी करें। किसी भी माध्यम से आपके पास अवैध खनन को लेकर शिकायतें आती हैं तो उन शिकायतों पर माइनिंग रूल्स के तहत कार्रवाई सुनिश्चित करें।