Jharkhand (झारखंड) में देवघर के डीसी मंजुनाथ भजयंत्री 2 जून की देर शाम हाई कोर्ट के आदेश के अनुसार, कोर्ट में उपस्थित हुए थे। इसके कुछ घंटे बाद ही अगले दिन यानी 3 जून को सवेरे न जाने क्यों उन्हें संविधान शिल्पी बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर याद आने लगे। उन्होंने टि्वटर हैंडल पर एक तस्वीर शेयर की है, जो चर्चा का विषय बना हुआ हैl डॉ. बीआर आंबेडकर की फोटो के साथ शेयर की गयी बात का मूल हिंदी अनुवाद है ‘अगर मुझे लगता है कि संविधान का दुरुपयोग हो रहा है, तो मैं इसे जलाने वाला पहला व्यक्ति होऊंगा’।
कल रात क्यों हाई कोर्ट में हुए थे हाजिर
दरअसल जमीन संबंधी एक मामले में भजयंत्री 2 जून को झारखंड हाई कोर्ट में हाजिर हुए थेl हाई कोर्ट के जस्टिस राजेश ने मुख्य सचिव को देवघर डीसी और मोहनपुर सीओ को शुक्रवार को रात आठ बजे तक उपस्थित होने का निर्देश दिया था। हाजिर नहीं होने की स्थिति में इन अधिकारियों के खिलाफ वारंट जारी किया जा सकता थाl अदालत ने एलपीसी (LAND POSITION CERTIFICATE) पेंडिग रखने पर नाराजगी जताते हुए यह निर्देश दिया थाl
पहले भी रहे हैं विवादों में
भजयंत्री पहले भी विवादों में रहे हैंl अप्रैल 2022 में देवघर में हुए रोपवे हादसे के लिए गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने भजयंत्री को जिम्मेदार ठहराया थाl इतना ही नहीं रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एमपी और डीसी में नोकझोंक भी हुई थीl यही नहीं महालेखाकार ने देवघर जिले में पिछले 5 साल के दौरान 7 करोड़ 40 लाख रुपये का आवंटन बिना खर्च करने और और समायोजित एडवांस वाउचर का मामला उजागर किया थाl उसको लेकर भी देवघर डीसी पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगा था।