BJP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास इधर कुछ ज्यादा ही सक्रिय हो गए हैं। हेमंत सरकार पर हमला पर हमला। ऐसा हमला कि कभी-कभी सच्चाई पर शक होने लगे, पर सियासत में शक और सच्चाई दोनों का महत्व बराबर है। 2 जून को उन्होंने झारखंड की निलंबित आईएएस पूजा सिंघल के बारे में बात करते हुए हेमंत सरकार पर जमकर निशाना साधा था। 3 जून को उसी कड़ी को धनबाद में उन्होंने आगे बढ़ाया और इतनी बड़ी भविष्यवाणी कर दी कि सब हैरत में पड़ गए। उन्होंने धनबाद महानगर भाजपा कार्यसमिति की बैठक में कहा कि मौसम बदल रहा है। बरसात में कचरा साफ होता है। झारखंड से भी जल्दी कचरा साफ होने वाला है। पाप का घड़ा भर गया है। संभव है 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले झारखंड में विधानसभा का चुनाव हो जाए। कार्यकर्ताओं को उन्होंने इशारों में चुनाव के लिए सांगठनिक रूप से तैयार रहने को कहा।
भाजपा की तरफ आशा भरी नजरों से देख रही जनता
रघुवर दास ने झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पर जमकर हमला बोला एवं मोदी सरकार की उपलब्धियों की चर्चा की। कहा कि जिस लोक लुभावन नारे और वायदे के साथ हेमंत सोरेन की सरकार बनी, उनमें एक भी पूरा नहीं हुआ। जनता के साथ विश्वासघात हुआ है। अब जनता भाजपा की तरफ आशा भरी नजरों से देख रही है।
भाजपा के लिए सत्ता सेवा का साधन
रघुवर ने जोर देकर कहा कि तथ्यों के साथ 10 फरवरी को एक प्रेस कांफ्रेंस की थी। इसके बाद झारखंड हिल रहा है। सरकार निष्क्रिय है। भ्रष्टाचार, अपराध,लूट चरम पर है। जाति प्रमाण पत्र,जमीन के म्यूटेशन तक के लिए ब्लॉक और अंचल में रिश्वत लिये जा रहे हैं। भाजपा की सरकार में कानून-व्यवस्था का राज था। भाजपा की सोच है कि सत्ता सेवा का साधन है। सिर्फ सत्ता प्राप्ति के लिए राजनीति नहीं करते।