Jharkhand (झारखंड) में धनबाद के पीके राय कॉलेज में परीक्षा के दौरान तिलक लगाकर आनेवाले छात्र को क्लास से बाहर निकाल दिया गया था। अब इस मामले ने कुछ ज्यादा ही तूल पकड़ लिया है। पहले दिन बीबीएमकेयू की डीन ह्यूमैनिटी ने मामले को सोशल मीडिया में डाला था। अब एनएसयूआई ने मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। लगातार बढ़ रहे विरोध के बाद वीसी ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
सच्चाई सामने लाने की मांग
पीके राय के हिंदी विभाग के प्रोफेसर मुकुल रविदास पर आरोप है कि तिलक लगा कर परीक्षा देने पहुंचे छात्र को उन्होंने क्लास से यह कह कर निकाल दिया कि पहले वह अपना तिलक पोछ कर आएं। मामला मीडिया में आने के बाद छात्र संघों ने भी मामले की जांच की मांग की है। 9 जून को एनएसयूआई की टीम ने तिलक लगाने पर उठे राजनीतिक विवाद की निष्पक्ष जांच करवाने के लिए तथा सच्चाई को सामने लाने की मांग की है।
शिक्षक ने गलती की है तो कार्रवाई जरूरी
एनएसयूआई ने डीएसडब्ल्यू से मिलकर पूरे मामला से अवगत कराया तथा कार्रवाई करने की मांग की। इस पर डीएसडब्ल्यू ने कोई लिखित शिकायत नहीं मिलने की बात कही। एनएसयूआई ने निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि अगर शिक्षक ने गलती की है तो उन्हें तत्काल निष्कासित किया जाए, क्योंकि शैक्षणिक संस्थानों में कोई किसी पर अपनी विचारधारा नहीं थोप सकता, तिलक लगाना, हिजाब पहनना, पगड़ी बांधना यह सब धर्म का एक भाग है और इसे कोई रोक नहीं सकता। इस पर कुलपति ने कहा कि वह जांच कमेटी बनाकर पूरी मामले की निष्पक्ष जांच करवाएंगे तथा दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। अगर मुकुंद रविदास के खिलाफ लगाए गए आरोप सही पाए गए तो उन पर कड़ी अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी। एनएसयूआई के प्रतिनिधिमंडल में जिला महासचिव रवि पासवान, जिला महासचिव दानिश रजा, गुरुनानक कॉलेज अध्यक्ष रोहित पाठक, पीके रॉय कॉलेज अध्यक्ष राज राजन सिंह, उपाध्यक्ष रोहित कुमार, रोशन कुमार, कमलेश, अंकित आदि मौजूद थे।