Jharkhand vidhansabha monsoon session, Ranchi news, Jharkhand news : झारखंड विधानसभा के माॅनसून सत्र का तीसरा दिन मंगलवार को 11 बजे से शुरू हुआ। सोमवार को सरकार की ओर से 11,988 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया गया था। अब इस अनुपूरक बजट पर सदन में हंगामे के बीच चर्चा हो रही है। इससे पूर्व विपक्ष ने 26 हजार शिक्षकों की नियुक्ति मामले में हंगामा किया। सुखाड़, नियोजन नीति, विधि व्यवस्था और अन्य विषयों के साथ भाजपा विधायकों ने सदन के बाहर नारेबाजी की।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को सदन की कार्यवाही की शुरुआत के साथ ही विपक्ष के विधायक हंगामा करने लगे थे। भाजपा विधायक वेल में जाकर बैठ गये। बार-बार स्पीकर के समझाने के बाद भी वे नहीं माने थे। हालांकि, हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही जारी रही। शून्यकाल और ध्यानाकर्षण की सूचनाएं ली गयीं। हंगामे के बीच ही मंत्री रामेश्वर उरांव ने वित्तीय वर्ष 2023-24 का पहला अनुपूरक बजट पेश कर दिया। यह अनुपूरक बजट 11,988 करोड़ रुपये का है, जिस पर चर्चा की जा रही है।
अनुपूरक बजट में सबसे अधिक राशि ऊर्जा विभाग के लिए आवंटित करने का प्रावधान किया गया है। बजट में 7033 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया। इसके अलावा नगर विकास और आवास विभाग को 927 करोड़ रुपये देने का का प्रावधान है। ब्याज मद में 703 करोड़, ऋण वापसी मद में 415 करोड़, गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के मद में 587 करोड़, 151 करोड़ आपदा प्रबंधन प्रभाग के लिए, 574 करोड़ ग्रामीण विकास विभाग के लिए, 180 करोड़ रुपये कृषि विभाग के लिए देने का अनुपूरक बजट में प्रावधान किया गया है।
भाजपा विधायकों ने विस के बाहर दिया धरना
झारखंड विधानसभा के माॅनसून सत्र के तीसरे दिन मंगलवार को भाजपा ने सदन के बाहर विभिन्न मुद्दों को लेकर धरना दिया। भाजपा विधायकों ने झारखंड को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग की। वहीं, नियोजन नीति को लेकर भी भाजपा विधायक तीसरे दिन मुखर रहे। साथ ही, सरकार से राज्य में नियोजन नीति लागू करने की मांग की। भाजपा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता ने निरसा के पांड्रा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को चालू करने की मांग की।