Legally it is crime. कोई भी शैक्षणिक संस्थान पढ़ाई के लिए होता है, गुंडागर्दी के लिए नहीं। यदि किसी कॉलेज के हॉस्टल में जूनियर छात्रों की सीनियर छात्र रैगिंग करते हैं और देर रात में उन्हें कमरे का लाइट बुझा कर बेरहमी से पीटा जाता है तो यह कानून की नजर में गुंडागर्दी नहीं तो और क्या है। झारखंड में दुमका के एसपी कॉलेज में ऐसा ही हुआ है।
जूनियर छात्रों ने थाने में की लिखित शिकायत
कॉलेज के आदिवासी कल्याण छात्रावास संख्या-5 में सीनियर छात्रों ने 40 जूनियर छात्रों के साथ रैगिंग की। सभी जूनियर छात्र स्नातक के अलग-अलग सेमेस्टर के छात्र हैं। जूनियर छात्रों ने 24 जून को दुमका टाउन थाना पहुंच कर सीनियर छात्रों के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई। जूनियर छात्रों का कहना है कि 23 जून की रात करीब एक बजे सीनियर छात्रों ने जूनियर छात्रों को कमरा संख्या 101 में बुलाया।
4-4 की संख्या में बुलाकर पीटा गया
आरोप है कि चार-चार की संख्या में जूनियर छात्रों को कमरा में बुला कर उनके कपड़े उतरवा कर बेरहमी से पिटाई की गई। पिटाई के वक्त लाइट ऑफ कर दिया जाता था। यह सिलसिला रात एक बजे से सुबह करीब 3 बजे तक चला। दुमका टाउन थाना पहुंचे जूनियर छात्रों में कई छात्रों ने अपनी शर्ट खोल कर पुलिस को बर्बरतापूर्वक की गई पिटाई से अपने बदन पर उभरे निशान को दिखाया।
जांच कर होगी आवश्यक कार्रवाई
दुमका नगर थाना में जूनियर छात्रों ने हॉस्टल के छात्र नायक सहित 27 सीनियर छात्रों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया। दुमका टाउन के थाना प्रभारी नीतीश कुमार ने कहा, ‘हॉस्टल के जूनियर छात्रों ने छात्र नायक सहित 27 सीनियर छात्रों के खिलाफ रैगिंग करने की शिकायत करते हुए हमें आवेदन दिया है। हमने अपने अधिकारियों को इसकी सूचना दे दी है। जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।’