मुख्यमंत्री ने दुमका वासियों को 1035.10 करोड़ रुपये की 5358 योजनाओं का दिया तोहफा, लाभुकों के बीच 53 करोड़ 23 लाख 10 हजार रुपये की बांटी परिसम्पत्ति
Jharkhand top news, Jharkhand latest Hindi news, Ranchi top news, Ranchi latest Hindi news, Ranchi Top news, Dumka news : राज्य में कोई ऐसा घर नहीं होगा, जहां सरकार की कोई न कोई योजना नहीं पहुंची हो। आज हर घर में योजनाओं का लाभ मिल रहा है। अबुआ सरकार आपके सुख-दु:ख में हमेशा आपके साथ है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन मंगलवार को दुमका प्रखंड की गादी कोरैया पंचायत स्थित बड़ा ढाका में ‘आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार’ कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति अबतक किन्हीं वजहों से सरकार की योजनाओं के लाभ से वंचित है, तो वह इस 24 नवम्बर से चल रहे इस कार्यक्रम के तहत पंचायतों में लग रहे शिविरों में जायें और आवेदन दें। यहां अधिकारियों का पूरा दल आपकी समस्या के समाधान के लिए मौजूद है।
शिविरों को लेकर लोगों का उत्साह चरम पर
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार’ कार्यक्रम के तहत सभी पंचायतों में शिविर लगा रहे हैं। इन शिविरों को लेकर लोगों का उत्साह चरम पर है। गरीब, जरूरतमंद, आदिवासी, दलित, पिछड़ा, किसान-मजदूर, बुजुर्ग महिला और नौजवानों समेत हर वर्ग और तबके के लोग अपनी जरूरत की योजनाओं से जुड़ने के लिए शिविरों में आ रहे हैं। शिविर में उत्सव का माहौल है। यह दर्शाता है कि हमारी सरकार के प्रति आमजनों का कितना भरोसा है। मैं सभी को भरोसा दिलाता हूं कि अबुआ सरकार जन आकांक्षाओं और उम्मीदों को हर हाल में पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
लोगों के रोटी, कपड़ा और मकान जैसी मूलभूत जरूरत को पूरा करने के साथ विकास को दे रहे रफ्तार
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार लोगों के रोटी, कपड़ा और मकान जैसे मूलभूत जरूरत को पूरा करने के साथ विकास को रफ्तार दे रही है। अबुआ आवास योजना के 08 लाख गरीबों के अपने आशियाना के सपने को पूरा करने जा रहे हैं। 20 लाख अतिरिक्त हरा राशन कार्ड जारी कर उन्हें अनाज दे रहे हैं और अब चना दाल देने का भी सरकार ने निर्णय लिया है। सोना-सोबरन धोती-साड़ी योजना के तहत गरीबों को साल में दो बार 10 रुपये में धोती/लूंगी और साड़ी दी जा रही है।
राज्य को दे रहे हैं नयी दिशा
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोगों को आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक रूप से सशक्त बना रहे हैं। राज्य के साथ पिछले दो दशकों से गरीबी और पिछड़ेपन का जो टैग लगा है, उससे निजात पाने के लिए सरकार पूरी ताकत के साथ काम कर रही है। आप सभी के सहयोग से राज्य को नयी दिशा देने का काम काम कर रहे हैं।
जीने का सहारा है पेंशन
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुढ़ापा में पेंशन जीने का सहारा होती है। इस वजह से अबुआ सरकार हर बुजुर्ग, विधवा और दिव्यांग को सामाजिक सुरक्षा प्रदान कर रही है। कोई भी योग्य पात्र पेंशन से वंचित न रहे, इसके लिए यूनिवर्सल पेंशन स्कीम को हमने शुरू किया है। मैं आपको बताना चाहता हूं कि शिविरों में जो स्टॉल सबसे ज्यादा खाली नजर आ रहे हैं, वे यूनिवर्सल पेंशन स्कीम के स्टॉल हैं, क्योंकि आज हर बुजुर्ग इस योजना से आच्छादित हो चुके हैं।
सड़कों का बिछ रहा जाल, हर खेत में पानी पहुंचाने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य भर में सड़कों का जाल तेजी से बिछ रहा है। हजारों किलोमीटर ग्रामीण सड़क बनायी जा रही हैं। गांव से शहर की बेहतर कनेक्टिविटी के लिए मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी योजना शुरू की गयी है। इस योजना के तहत बूढ़े-बुजुर्ग, महिला, दिव्यांग और विद्यार्थियों को नि:शुल्क परिवहन की सुविधा मिलेगी। वहीं, हर खेत में पानी पहुंचाने का सरकार ने लक्ष्य रखा है। इसके लिए आधुनिक तकनीक से युक्त मेगालिफ्ट सिंचाई परियोजना शुरू की गयी है। आनेवाले दिनों में हर खेत सालों भर लहरायेंगे और किसान आर्थिक रूप से और भी मजबूत बनेंगे।
गांव और ग्रामीणों के सशक्तीकरण के लिए कर रहे काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत किये बिना राज्य को सशक्त नहीं बना सकते हैं। यही वजह है कि सरकार गांव और ग्रामीणों के सशक्तीकरण के लिए काम कर रही है। हमारी सरकार विभिन्न माध्यमों से ग्रामीण उद्यमिता और आजीविका को बढ़ावा दे रही है। फूलो-झानो आशीर्वाद योजना के तहत महिलाओं को सम्मानजनक आजीविका से जोड़ने के लिए अब 10 हजार रुपये के बजाय 50 हजार रुपये देने का निर्णय सरकार ने लिया है ।
बच्चे-बच्चियों को डॉक्टर-इंजीनियर बनने में आर्थिक तंगी नहीं बनेगी बाधा
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के गरीब बच्चों की पढ़ाई में आर्थिक तंगी अब कोई बाधा नहीं बनेगी। बच्चियां अब बोझ नहीं बनेंगी। बच्चियां बेहतर तरीके से पढ़ें, इसके लिए उन्हें सावित्रीबाई किशोरी फुले सावित्री योजना का लाभ दिया जा रहा है। इस योजना के तहत अब घर में जितनी भी बच्चियां होंगी, उनको इसका लाभ मिलेगा। अब वे डॉक्टर, इंजीनियर और अफसर बनेंगी। इसमें पैसे की तंगी बाधा नहीं बनेगी, क्योंकि उनकी पढ़ाई का पूरा खर्च सरकार उठायेगी। यहां के बच्चों को निजी विद्यालय से भी बेहतर शिक्षा देने के लिए स्कूल आफ एक्सीलेंस खोले गये हैं। अभी इन विद्यालयों की संख्या 80 है, जिन्हें बढ़ा कर 05 हजार करने की दिशा में सरकार आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि आज 50 विद्यार्थियों के विदेशों में उच्च शिक्षा का पूरा खर्च सरकार उठा रही है। वहीं, प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी से लेकर विभिन्न कोर्सेस को करने के लिए भी सरकार आर्थिक सहायता दे रही है ।
मुख्यमंत्री ने कई विकास योजनाओं का दिया तोहफा
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 1035.10 करोड़ रुपये की 5358 योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास किया । इसमें 835.71 करोड़ रुपये की 5308 योजनाओं की नींव रखी गयी, जबकि 199.38 करोड़ रुपये की 50 योजनाओं का उद्घाटन सम्पन्न हुआ। वहीं, विभिन्न योजनाओं के 34077 लाभुकों के बीच 53 करोड, 23 लाख 10 हजार रुपये की परिसम्पत्तियां बांटी गयीं।
कार्यक्रम में इनकी रही मौजूदगी
इस अवसर पर मंत्री सत्यानन्द भोक्ता और बादल पत्रलेख, विधायक स्टीफन मरांडी, नलिन सोरेन, प्रदीप कुमार यादव, सीता सोरेन, बसंत सोरेन और दिनेश विलियम मरांडी, जिला परिषद अध्यक्षा जॉयस बेसरा, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, संताल परगना प्रमण्डल के आयुक्त लालचन्द दादेल तथा जिले के उपायुक्त तथा पुलिस अधीक्षक समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।