Jharkhand (झारखंड) की राजधानी रांची में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 122 वीं पुण्यतिथि 9 जून को मनाई गई। गौरतलब है कि आज ही के दिन साल 1900 में भगवान बिरसा मुंडा का निधन हुआ था। इस मौके पर बिरसा मुंडा के समाधि स्थल कोकर डिस्टलरी पुल के समीप स्थित प्रतिमा पर राज्यपाल रमेश बैस, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, राज्यसभा सदस्य महुआ माजी सहित अन्य गणमान्य लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
एक ही गाड़ी से पहुंचे राज्यपाल और मुख्यमंत्री
इसके बाद राज्यपाल और सीएम बिरसा चौक भी गए, जहां पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। राज्यपाल रमेश बैस और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एक ही गाड़ी से कोकर के समाधि स्थल पहुंचे। इसके बाद ये बिरसा चौक के लिए रवाना हो गए। वहां पर इन्होंने बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किया।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री दोनों ने किया संबोधित
मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बिरसा मुंडा हमारे प्रेरणा स्रोत हैं। भगवान बिरसा मुंडा संग्रहालय, मनन चिंतन केंद्र का निर्माण कराया गया है और अब सीमित समय के साथ चालू भी कर दिया गया है। इसमें झारखंड आंदोलन से जुड़े आंदोलनकारियों के संघर्ष की गाथा नयी पीढ़ी के लोग देख रहे हैं। इससे पूर्व राज्यपाल ने भगवान बिरसा मुंडा को नमन करते हुए उनके बताए रास्ते पर लोगों से चलने की अपील की।