मुख्यमंत्री ने 23 सड़क परियोजनाओं की भी दी सौगात, कहा- कल्याणकारी योजनाओं से लोगों को कर रहे सशक्त
Ranchi news, Jharkhand news, Ranchi update, Jharkhand news, Dumka news : सड़क और पुल विकास की अहम कड़ी होते हैं। इससे बहुआयामी विकास का रास्ता खुलता है। कनेक्टिविटी जितनी बेहतर होगी, उतना ही फायदा उस इलाके के रहनेवालों को होता है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन सोमवार को दुमका जिले के कुमड़ाबाद में मयूराक्षी नदी पर नवनिर्मित राज्य के सबसे लम्बे पुल के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 03 अरब 91 करोड़ 41 लाख 83 हज़ार 896 रुपये की लागत से 11 सड़कों का उद्घाटन और 01 अरब 43 करोड़ 26 लाख 05 हज़ार 500 रुपये की लागत से 12 सड़कों का शिलान्यास किया।
विकास को मिलेगी नयी दिशा
मुख्यमंत्री ने कहा कि मयूराक्षी नदी पर बने इस पुल से विकास को एक नयी दिशा मिलेगी। इससे आवागमन सुलभ और आसान हो जायेगा। कई गांव का दुमका जिला मुख्यालय से सीधा सम्पर्क होगा। लोगों के आने-जाने में समय की बचत होगी। शिक्षा, रोजगार और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। इलाके का सामाजिक- आर्थिक उत्थान होगा और पर्यटन के लिहाज से यह मील का पत्थर साबित होगा।
एक बार फिर आपके दरवाजे पर आपको मिलेगा आपका हक और अधिकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को उनका हक और अधिकार पूरे मान-सम्मान के साथ देने के लिए सरकार संकल्पित है। इस कड़ी में एक बार फिर “आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार” कार्यक्रम का तीसरा चरण शुरू होने जा रहा है। अधिकारी आपके दरवाजे पर आयेंगे। पंचायत में शिविर लगेंगे। यहां आपकी समस्याओं का समाधान भी होगा और सरकार की योजनाओं का लाभ भी दिया जायेगा। समाज की अंतिम पंक्ति के लोगों को कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने की दिशा में सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है।
बुजुर्ग, विधवा, और दिव्यांग बिना पेंशन के नहीं रहेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी गरीबों और जरूरतमंदों को सामाजिक सुरक्षा देने के लिए सरकार वचनबद्ध है। इसी कड़ी में सरकार ने यूनिवर्सल पेंशन स्कीम लागू की है। इस योजना के तहत सभी बुजुर्ग, विधवा, परित्यक्ता और दिव्यांगों को पेंशन दी जा रही है। अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दे दिये गये हैं कि कोई भी योग्य पात्र इस योजना से वंचित न रहे।
बेघरों का होगा अपना आशियाना
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोई परिवार बेघर नहीं रहेगा। सभी बेघरों के अपने आशियाने का सपना पूरा होगा। इसके लिए अबुआ आवास योजना की शुरुआत हो रही है। इस योजना के तहत आठ लाख परिवारों को आवास उपलब्ध कराये जायेंगे।
रोजगार और स्वरोजगार पर विशेष फोकस
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। इस कड़ी में सरकारी विभागों के खाली पदों पर बड़े पैमाने पर नियुक्तियां हो रही हैं, तो रोजगार मेला के जरिये हजारों युवाओं को निजी कम्पनियों और संस्थानों में जॉब दिलाने का काम कर रहे हैं। इतना ही नहीं, जो भी व्यक्ति स्वरोजगार करना चाहता है, उसे मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के माध्यम से सरकार मदद कर रही है।
आप अपने बच्चे-बच्चियों को पढ़ायें, खर्च सरकार देगी
मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से कहा कि वे अपने बच्चे-बच्चियों को अच्छे से पढ़ायें। उनका भविष्य संवारें। पढ़ाई पर होनेवाले खर्च की चिंता नहीं करें। सरकार इस खर्च को वहन करेगी। इस क्रम में मुख्यमंत्री ने शिक्षा के क्षेत्र में चलायी जा रहीं योजनाओं से लोगों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी से लेकर मेडिकल, इंजीनियरिंग और लॉ जैसे कोर्सेज करने के लिए सरकार आर्थिक मदद दे रही है। वहीं, विदेश में पढ़ाई के लिए शत प्रतिशत स्कॉलरशिप दे रही है। बच्चियां पढ़ाई से जुड़ी रहें, इसके लिए सावित्रीबाई फुले किशोरी सावित्री योजना चलायी जा रही है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी लोगों को दी और उनका लाभ लेने को कहा।
अपने अमर वीर शहीदों और आन्दोलनकारियों के योगदान को नहीं भूल सकते
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अपने अमर वीर-शहीदों और झारखंड आन्दोलनकारियों को कभी भूल नहीं सकते हैं। उनका योगदान हमेशा याद किया जायेगा। हम उनका सम्मान करते आये हैं और करते रहेंगे। मुख्यमंत्री ने इस बात पर खुशी जाहिर की, कि यहां की जनता मयूराक्षी नदी पर नवनिर्मित पुल का नामकरण दिशोम गुरु शिबू सोरेन सेतु करने की पक्षधर है। ऐसे में मयूराक्षी नदी पुल का नामकरण दिशोम गुरु शिबू सोरेन सेतु करने की सरकारी प्रक्रिया जल्द पूरी की जायेगी। इस अवसर पर कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, सांसद विजय हांसदा, विधायक नलिन सोरेन और सीता सोरेन, जिला परिषद अध्यक्षा जॉयस बेसरा, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, पथ निर्माण सचिव सुनील कुमार, प्रमंडलीय आयुक्त लालचंद दादेल, पुलिस उपमहानिरीक्षक सुदर्शन प्रसाद मंडल और जिले के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक समेत जिला प्रशासन के कई अधिकारी मौजूद थे।