Jharkhand (झारखंड) में जमशेदपुर के मानगो हाईवे स्थित पंडित दीनदयाल कौशल विकास केंद्र की दर्जनभर छात्राएं 21 जून को फूड प्वाइजनिंग की शिकार हो गईं। खाना खाने के कुछ देर बाद उन्हें अचानक उल्टी और दस्त शुरू हो गई। इससे कौशल विकास केंद्र के हॉस्टल में अफरातफरी मच गई। उल्टी-दस्त की शिकार छात्राओं को तत्काल इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल लाया गया। एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी में बेड खाली नहीं थे। इससे डॉक्टरों और पारा मेडिकल कर्मचारियों ने आधा दर्जन छात्राओं का जमीन और सीढ़ी पर बैठाकर इलाज किया।
रात में रोटी दाल और भुजिया खाई थीं छात्राएं
छात्राओं ने बताया कि उन्होंने रात में रोटी, दाल और भुजिया खाया था। इसके बाद से ही तबीयत बिगड़ने लगी। जानकारी के अनुसार कौशल विकास केंद्र में रहने वाली धनबाद की सीता कुमारी और रीना कुमारी समेत गोलमुरी की दुलारी टुटू, जादूगोड़ा की प्रतिमा मुर्मू, मुसाबनी की संजना कुमारी और सुखी सबर की तबीयत ज्यादा बिगड़ी थी। इनको इमरजेंसी में भर्ती कर लिया गया था, लेकिन बाद में उनकी सेहत में सुधार होने लगा। ध्यान रख रहे हैं।
11 छात्राओं की हुई स्वास्थ्य जांच
एमजीएम अस्पताल की इमरजेंसी में 11 छात्राओं की स्वास्थ्य जांच हुई। इनमें छह छात्राओं को स्थिति गंभीर होने के कारण भर्ती कर लिया गया। जानकारी के अनुसार कौशल विकास केंद्र की करीब 20 छात्राओं की तबीयत रात से ही खराब थी। उन्होंने निकट के मेडिकल स्टोर से दवा लेकर खाई थी, लेकिन दर्जनभर छात्राओं की स्थिति उल्टी-दस्त के कारण बिगड़ने पर कौशल विकास केंद्र के हॉस्टल एवं प्रशिक्षण केंद्र प्रभारी सजग हुए।