Jharkhand news, Ranchi news, Jharkhand top news, Ranchi top news, Jharkhand update, Ranchi update : हिमानी पांडे, संयुक्त सचिव, उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय-सह-केंद्रीय प्रभारी अधिकारी, आकांक्षी जिला कार्यक्रम, रांची ने 30 दिसंबर को आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत राजकीय अतिथिशाला सर्कुलर रोड़ रांची के सभागार में समीक्षात्मक बैठक आयोजित की। बैठक में उपायुक्त रांची, राहुल कुमार सिन्हा, उप- विकास आयुक्त रांची, दिनेश कुमार यादव, अनुमंडल पदाधिकारी सदर रांची, उत्कर्ष कुमार, परियोजना निदेशक समेकित बाल विकास अभिकरण रांची, सुधीर बाड़ा, जिला कृषि पदाधिकारी रांची, अनिल कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी रांची, राम शंकर सिंह, जिला योजना पदाधिकारी रांची, अरुण कुमार सिंह, जिला जन संपर्क पदाधिकारी रांची, डॉ. प्रभात शंकर, जिला शिक्षा पदाधिकारी रांची, मिथलेश केरकेट्टा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी रांची, स्वेता भारती, सिविल सर्जन सदर रांची, डॉ. प्रभात कुमार एवं सभी सम्बंधित पदाधिकारी उपस्थित थे। हिमानी पांडे, संयुक्त सचिव, द्वारा आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत समीक्षात्मक बैठक में केंद्र प्रायोजित कार्यक्रमों के प्रगति एवं भावी कार्य योजना की क्रमवार समीक्षा करते हुए, सभी सम्बंधित अधिकारियों से कहा की नीति आयोग द्वारा निर्धारित आकांक्षी जिले के विभिन्न मानकों में उत्तरोत्तर और सुधार की आवश्यकता है, ताकि इसमें और मानक में सुधार हो सकें। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में सुधार के लिए लगातार प्रयास करने हेतु अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने को कहा गया। हिमानी पांडे, संयुक्त सचिव, द्वारा निर्देश देते हुए कहा की आकांक्षी जिला के मानकों में सुधार को लेकर सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने से ही इसमें और प्रगति हो सकती है एवं उन्होंने कहा कि कई ऐसी योजना, हैं, जिसका क्रियान्वयन आमजनों के हित के लिए अति आवश्यक है। संयुक्त सचिव ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा की समुचित कार्य प्रारूप तैयार किया जाय ताकि योजनाओं का उचित क्रियान्वयन सुनिश्चित हो पाए एवं हमारा मुख्य उद्देश्य है कि आमजनों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उन्हें योजनाओं के माध्यम से सीधे रूप से लाभान्वित किया जा सके। संयुक्त सचिव, द्वारा समीक्षा करते हुए, जिला शिक्षा अधीक्षक से जानकारी लेते हुए कहा की छात्र/छात्राओं को जो डिजिटल सामग्री और टेबलेट उपलब्ध कराया गया है, सभी छात्र/छात्रा इसका उपयोग सही से करके अपना विकास करें इस पर ध्यान देने की आवश्यकता इसके लिए उनका मूल्यांकन के माध्यम से इसकी उपयोगिता सुनिश्चित किया जाए। संयुक्त सचिव, द्वारा रांची जिले के सभी निजी विद्यालयों से समन्वय कर आंकड़े की प्रवीष्टि वऊकरए में कराने का निर्देश सम्बंधित अधिकारी को दिया गया। संयुक्त सचिव, द्वारा कृषि एवं जल संरक्षण की समीक्षा करते हुए सम्बंधित अधिकारी से जानकारी मांगी जिसपर सम्बंधित अधिकारी द्वारा बताया गया की कृषि एवं जल संरक्षण के तहत नीति आयोग के मानकों सूक्ष्म सिचाई का प्रतिशत रांची जिला में वर्तमान में 2.97 प्रतिशत है। जिसपर संयुक्त सचिव द्वारा इसे राष्ट्रीय स्तर (18.1 प्रतिशत) पर लाने का निर्देश दिया गया एवं इसके लिए माइक्रो स्तर पर सुयोग्य किसानों का चयन कर सिचाई क्षमता बढ़ाने को कहा गया। संयुक्त सचिव, द्वारा नीति आयोग के मानक के अनुसार स्वास्थ्य की समीक्षा करते हुए अठउ पंजीकरण (प्रथम तिमाही), जीवित जन्म, लिंग अनुपात की सम्बंधित अधिकारी से जानकारी लेते हुए इन सब में उपलब्धि अच्छी देख कर इसमें खुशी जाहिर की गई। संयुक्त सचिव, द्वारा नीति आयोग के मानक के अनुसार पशुपालन की समीक्षा करते हुए सम्बंधित अधिकारी से पूरी जानकारी देते हुए निर्देश देते हुए कहा की कृत्रिम गभार्धान कार्यकर्त्ता की संख्या बढ़ाने को कहा ताकि लक्ष्य की प्राप्ति की जा सकें साथ ही जानवरों में टीकाकरण की कर्मी खरछढर के माध्यम से महिला समूह को भी जानवरों का टीकाकरण कार्य में लगाते हुए उसकी सूची रक्षीत का भी निर्देश दिया गया।
संयुक्त सचिव, द्वारा जिला पशुपालन पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा की खरछढर के माध्यम से नियमित रूप से बैठक कर टीकाकरण कर्मी बढ़ाने को कहा गया।
संयुक्त सचिव, द्वारा इसके आलावा कौशल विकास, वित्तीय समावेशन, आधारभूत संरचना, कल्याण विभाग की योजना, आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम, पेंशन योजना, जन जाति विकास, विकसित भारत संकल्प यात्रा की समीक्षा करते हुए सम्बंधित सभी अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
मोटे अनाज पर ध्यान दें
संयुक्त सचिव हिमानी पांडे ने सम्बंधित अधिकारी से कहा कि मोटे अनाज पर ध्यान दें।
मोटे अनाज के खेती में कम पानी की आवश्यकता होती है। मोटा अनाज स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है, इसे ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा देने की आवश्यकता है।