धनबाद जिले के जोरापोखर थाना क्षेत्र के बरारी 7 नंबर से तीन दिन से गायब 16 वर्षीय नताशा अजमेरी का शव मंगलवार को बरारी एक नंबर लंका नगरी छठ तालाब में मिला। लड़की का चेहरा जला हुआ है, संदेह जताया जा रहा है कि पहले उसे गला दबाकर मारा गया और पहचान मिटाने के लिए चेहरे पर तेजाब डाल दिया गया। युवती के परिजनों ने आरोप लगाया है इस हत्या में युवती के चचेरे भाई कहां हो सकता है। क्योंकि वह पहले से इस प्रकार की धमकी देता आ रहा था। युवती के परिजनों की निशानदेही पर पुलिस चचेरे भाई की खोज में जुट गई है। लेकिन वह अभी गिरफ्त में नहीं आया है।वह फरार बताया जा रहा है।
ट्यूशन पढ़ने गयी थी, घर नहीं लौटी
मंगलवार की सुबह तालाब में तैरता शव देखते ही इलाके में खलबली मच गई। स्थानीय लोगों ने जोरापोखर पुलिस और परिजनों को सूचना दी। इसके बाद घटनास्थल पर पुलिस पहुंची और शव को तालाब से निकाला। मृत युवती की पहचान आशिफ अहमद की पुत्री नताशा अजमेरी के रूप में हुई है। शव मिलने की खबर से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। इधर, परिजनों का रो- रोकर बुरा हाल है। जोरापोखर थाना क्षेत्र के बरारी 7 नंबर की निवासी युवती पिछले तीन दिनों से लापता थी। वह घर से शनिवार को लगभग 3 बजे अपराह्न ट्यूशन पढ़ने के लिए निकली थी और गायब हो गई थी।
पिता ने चचेरे भाई पर जताया संदेह
परिजन रुस्तम अंसारी का कहना है कि नताशा नित्य दिन की तरह करीब 3 बजे दिन में ट्यूशन पढ़ने के लिए निकली थी। जब घर नहीं लौटी तो परिवार के लोगों ने खोजबीन की। ट्यूशन टीचर से पूछताछ में पता चला कि उस दिन वह ट्यूशन के लिए पहुंची ही नहीं। फिर रिश्तेदारों से भी पूछताछ की।इसके अलावा भी कई जगहों पर उसकी खोजबीन की, परंतु कुछ पता नहीं चला। इसके बाद लिखित शिकायत जोरापोखर पुलिस से की। एक रिश्तेदार चचेरे भाई के पुरानी रंजिश का जिक्र किया था. उस पर संदेह भी किया गया था.
मामले की छानबीन में जुटी पुलिस
परिजनों का कहना है कि बच्ची के चेहरे व शरीर पर तेजाब फेंका गया है। उसे गला घोंट कर मारा गया । इसके बाद शव को तालाब में फेंक दिया गया। परिजनों ने मांग की है कि इस घटना में जो भी लोग शामिल हो, उन्हें अविलंब गिरफ्तार किया जाए। जोरापोखर थाना प्रभारी राजदेव सिंह ने कहा कि प्रथम दृष्टया हत्या का मामला लगता है। युवती लगभग 4 दिनों से लापता थी, जिसका शव तालाब में तैरता मिला है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है