Jharkhand News : छत्तीसगढ़ के साई टांगरटोली से 22 जुलाई को गो एक गो तस्कर को गिरफ्तार कर लौट रही गुमला पुलिस की गाड़ी पर तस्करों ने अचानक हमला बोल दिया। तस्करों ने पिकअप वैन से पुलिस गाड़ी को सामने से धक्का मारा। इस दौरान एक के बाद एक कई ठोकर मारी गई। हालांकि, पुलिस सूझबूझ से तस्कर को गुमला लेकर पहुंच गई। हमले में पुलिसकर्मी बच गए। गौ तस्करों का मुख्य मकसद अपने साथी को पुलिस की गिरफ्तारी से छुड़ाना था।
सुरक्षित रायडीह थाना पहुंची गाड़ी
रायडीह थाने की पुलिस तस्कर अजमत खान को गिरफ्त में लेकर गुमला लौट रही थी। इस दौरान पुलिस की गाड़ी में दूसरे तस्करों ने पिकअप वैन से सीधी टक्कर मार दी। स्थानीय लोदाम थाने की मदद से किसी तरह पुलिस की गाड़ी सुरक्षित रायडीह थाने पहुंची। अजमत की तलाश गुमला पुलिस को लंबे समय से थी। 21 जुलाई की रात को रायडीह पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। जैसे ही अमजत को पुलिस ने वैन में बैठाया, वैसे ही उसके साथी तस्करों ने पुलिस वाहन पर जोरदार टक्कर मारते हुए हमला कर दिया।
रांची में रात 12 बजे से सुबह 7 बजे तक चलेगा जांच अभियान
रांची पुलिस ने महिला दारोगा की हत्या के बाद गोवंश तस्करों के खिलाफ शिकंजा कसने का मन बना लिया है। तस्करों की धड़-पकड़ के लिए पुलिस ने एक योजना तैयार की है। इसके तहत रोज रात 12 बजे से सुबह 7 बजे तक जांच अभियान चलेगा। यह अभियान उन मार्गों पर चलेगा, जिनसे होकर तस्कर गोवंश लेकर रांची में आते हैं। अभियान में सभी पुलिसकर्मी हथियार से लैस होंगे। चेकिंग मार्गों पर लोहे का बैरियर लगेगा। एसएसपी किशोर कौशल ने थानेदारों को निर्देश दिया है कि वे रात में महिला पुलिसकर्मी से जांच न कराएं। साथ ही कहा गया है,जिस इलाके से गौवंश तस्करी की शिकायत मिलेगी, विशेष टीम उस इलाके से अगर तस्करों को मवेशी लेकर जाते पकड़ती है तो थानेदार पर कार्रवाई होगी।