Jharkhand News : झारखंड की निलंबित IAS पूजा सिंघल का जेल से बाहर निकलना अभी आसान नहीं दिखता। परिस्थितियां बता रही हैं कि उनके खिलाफ मुश्किलों का फंदा भविष्य में और मजबूत होने जा रहा है। उन्हें जेल से बाहर निकलने के लिए और इंतजार करना पड़ेगा। सूत्रों से मिल रही जानकारी पर आधारित मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में मनरेगा घोटाले के केस में एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट यानी प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ओर से इसी हफ्ते चार्जशीट दाखिल की जाएगी। जांच एजेंसी ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। कहा जा रहा है कि 4 या 5 जुलाई को ईडी आरोप पत्र दाखिल कर सकती है। इसमें निलंबित खनन सचिव पूजा सिंघल, सीए सुमन सिंह, पूजा के पति अभिषेक झा व कई डीएमओ पर भी आरोप पत्र दाखिल होगा। सूत्रों के अनुसार, 2009-11 के बीच मनरेगा घोटाले से अर्जित पैसों की मनी लॉन्ड्रिंग हुई।
डीएमओ की मिलीभगत से की मनी लांड्रिंग
बाद में सरकारी पद पर रहते हुए पूजा सिंघल ने डीएमओ की मिलीभगत से भी मनी लॉन्ड्रिंग की। जांच में डीएमओ से पैसे लेने की बात का खुलासा हुआ है। जानकारी के मुताबिक, घोटाले से अर्जित पैसों के जरिए पल्स डायग्नोसिस सेंटर व पल्स अस्पताल का निर्माण हुआ। इसके लिए अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति की मनी लॉन्ड्रिंग की गई। जांच में इससे संबंधित तथ्य भी ईडी को मिले हैं, ऐसे में ईडी अभिषेक झा पर भी चार्जशीट कर सकती है।
मनरेगा घोटाले की एसीबी जांच
राज्य सरकार ने खूंटी में मनरेगा घोटाले में दर्ज केस की एसीबी से जांच का फैसला लिया है। 011 में भी मनरेगा घोटाले से जुड़े केस एसीबी में ट्रांसफर किए जाने का फैसला सरकार ने लिया था, लेकिन तब इस मामले की जांच नहीं हो पाई थी। ईडी की टीम खूंटी में दर्ज कांड के आधार पर ही मनी लॉन्ड्रिंग की कार्रवाई कर रही है। खूंटी के केस में जांच हुई तो पूजा सिंघल की परेशानी बढ़ सकती है।