Jharkhand News : रेलवे ने अब अपनी कमाई बढ़ाने पर ज्यादा जोर देना शुरू कर दिया है। ट्रेनों में स्लीपर बाेगियाें काे घटाया जा रहा है और एसी बोगियों को बढ़ाने पर फोकस किया जा रहा है। इस क्रम में उसने धनबाद-एलेप्पी ट्रेन में स्लीपर बोगियों को घटा दिया है उनकी जगह ऐसी बोगियां लगाई जा रही है। इससे इलाज कराने के लिए वेल्लाेर जाने वाले झारखंड के मरीजाें की यात्रा महंगी हाे गई है। दरअसल धनबाद से वेल्लाेर का स्लीपर का किराया 735 रुपये है, जबकि एसी थर्ड का किराया 1950 रुपये है। इस ट्रेन में 12 महीने वेटिंग की स्थिति रहती है।
रांची से भी भीड़ रहती है इस ट्रेन में
तीन महीने पहले ही ट्रेन की सीटें फुल हाे जाती है। रांची से भी इस ट्रेन में जबरदस्त भीड़ रहती है और यहां से काेटा भी काफी कम है। ऐसे में जब स्लीपर कोच कम होगा तो इसके यात्री मजबूरी में एसी कोच में यात्रा करने को मजबूर होंगे, जिन्हें तकरीबन 1200 रुपए प्रति टिकट ज्यादा खर्च करने पड़ेंगे। और इससे रेलवे को अतिरिक्त कमाई होगी।
एक सितंबर से एलएचबी कोच के साथ रवाना हो रही ट्रेन
धनबाद रेल डिवीजन ने 1 सितंबर से एलेप्पी जानेवाली ट्रेन में आईसीएफ की पुरानी बाेगियाें काे हटाकर नई एलएचबी बाेगी लगाई गई है। धनबाद एलेप्पी ट्रेन में पहले 8 स्लीपर बाेगी हाेता था, लेकिन अब 5 बाेगी कर दिया गया। 5 थर्ड एसी की जगह 6 बाेगी और 2 सेकेंड एसी की जगह 4 बाेगी किया गया है। जनरल बाेगी की संख्या केवल दाे रखी गई है।